वान ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से कहा: टुकड़ों में जांच करना परेशानी का सबब

वान ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से कहा: टुकड़ों में जांच करना परेशानी का सबब

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  • Publish Date - May 20, 2021 / 12:04 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

मेलबर्न, 20 मई (भाषा) इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने 2018 के गेंद से छेड़छाड़ विवाद में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की जांच को ‘टुकड़ों में की गयी जांच’ बताते हुए कहा कि इसमें कई सवालों के जवाब नहीं मिले और इससे शासी निकाय को बार-बार परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

केपटाउन टेस्ट (2018) में गेंद से छेड़छाड़ की घटना के बाद तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ, उप कप्तान डेविड वार्नर और गेंद से छेड़छाड़ करने वाले बल्लेबाज कैमरन बैनक्राफ्ट पर प्रतिबंध लगाया गया था।

इससे पहले कैमरन बैनक्राफ्ट ने यह कहकर नये विवाद को जन्म दे दिया था कि बाकी गेंदबाजों को इसकी जानकारी थी।

वान ने ‘सिडनी मोर्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘‘ मैंने जितने पूर्व पेशेवरों से बात की है, वे इस बात पर विश्वास नहीं करते हैं कि ये सिर्फ तीन लोगों तक ही सीमित होगा। हो सकता है कि ड्रेसिंग रूम में कुछ लोग हो जो इस हरकत से असहमत हो, लेकिन वे कप्तान के खिलाफ नहीं जाना चाहते होंगे। मैं अंदाजा लगा सकता हूं कि यह कैसे हुआ होगा। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ अंततः, इससे पता चलता है कि अगर आप टुकड़ो में जांच करते है तो क्या होता है और कई सवालों के जवाब नहीं मिलते है। यह हमेशा पीछे से आपको परेशान करता रहेगा और इससे किसी का भला नहीं होगा।’’

पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि उन्हें यह जानकर हैरानी नहीं होगी कि 2018 में गेंद से छेड़छाड़ की साजिश के बारे में गेंदबाजों को पता था।

इस मैच में पैट कमिंस, जोश हेजलवुड , मिशेल स्टार्क और नाथन लियोन उस श्रृंखला में आस्ट्रेलियाई टीम में शामिल थे। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी । उन्होंने अफवाहें फैलाने पर भी रोक लगाने की मांग की ।

वान ने कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए अब और खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाना मुश्किल होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शायद महसूस किया कि उसने इसकी जांच ठीक तरीके से की और उम्मीद जतायी की कि हर कोई इस मामले में आगे बढ़ेगा। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की प्रतिष्ठा और इसमें शामिल लोगों को बहुत नुकसान हुआ है।’’

वान ने कहा, ‘‘ मुझे लगा कि उस समय प्रतिबंध बहुत गंभीर थे, और मैं देख सकता हूं कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इससे पीछे क्यों नहीं हटना चाहेगा। आप पिछली तारीख से खिलाड़ियों पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते।’’

भाषा आनन्द पंत

पंत

आनन्द