कोलकाता, 16 नवंबर (भाषा) दक्षिण अफ्रीका के कोच शुकरी कोनराड ईडन गार्डन्स में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में अपने स्पिनरों का दबदबा देखकर अभिभूत थे। इससे उन्हें यह संकेत मिला कि उनका देश अब सिर्फ ‘तेज गेंदबाजों वाला देश’ नहीं रहा और उम्मीद है कि आगे और भी कई स्पिन गेंदबाज अपने प्रदर्शन से प्रभावित करेंगे।
पाकिस्तान में 1-1 से श्रृंखला ड्रॉ खेलने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने रविवार को यहां भारत को उसकी ही स्पिन गेंदबाजी वाली पिच पर 30 रनों से हराकर दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली।
कोनराड ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम इस बात से रोमांचित हैं कि हम उपमहाद्वीप में बेहतरीन स्पिनरों के साथ आ सकते हैं। इससे पहले जब हम उपमहाद्वीप में आते थे तो हमेशा कमजोर पड़ जाते थे। मुझे लगता है कि यह मानसिकता में बदलाव भी था कि आपको स्पिन गेंदबाज पर अपना विश्वास दिखाना शुरू करना होगा।’’
यह दक्षिण अफ्रीका की भारत में 15 साल से ज़्यादा समय में पहली टेस्ट जीत थी और अब वे 25 साल बाद भारत में टेस्ट श्रृंखला जीतने का सपना देख रहे हैं। भारत में उनकी एकमात्र श्रृंखला जीत 2000 में हैंसी क्रोन्ये के नेतृत्व में मिली थी।
कोनराड ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि यह हमारे घरेलू खेल के लिए भी कमाल का होगा क्योंकि युवा अब देख सकते हैं कि हम स्पिनरों को भी पसंद करते हैं। यह केवल तेज गेंदबाजी वाला देश नहीं है।’’
कोनराड ने कहा कि ईडन गार्डन्स में मिली जीत लॉर्ड्स में उनकी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत के बराबर है क्योंकि भारत को उसके घर में हराने के लिए रणनीतिक स्पष्टता और मानसिक दृढ़ता दोनों की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कुछ दिन पहले फिर कहा था, हमने साल की शुरुआत में लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जीता था। यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम कभी हार नहीं मानते। मुझे उस टीम पर बहुत गर्व है। उनके आत्मविश्वास और एकजुट होने के तरीके पर गर्व है। यह हमारी मानसिकता पर बहुत अच्छा असर डालेगा। यह आगे चलकर हमारे लिए बहुत अच्छा साबित होगा।’
कोनराड को हालांकि पता है उनका काम अभी पूरा नहीं हुआ है क्योंकि टीम का लक्ष्य भारत में श्रृंखला जीतना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने पाकिस्तान में एक टेस्ट मैच जीता था। अब हमने यहाँ भी एक टेस्ट मैच जीत लिया है। लेकिन काम अभी पूरा नहीं हुआ है। आप किसी देश में सिर्फ टेस्ट मैच जीतने नहीं आते, आप श्रृंखला जीतना चाहते हैं।’’
भाषा आनन्द नमिता
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