नर्मदा में फेंके गए थे 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, SIT टीम आरोपी राकेश शर्मा को लेकर पहुंची रिक्रिएशन कराने

नर्मदा में फेंके गए थे 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, SIT टीम आरोपी राकेश शर्मा को लेकर पहुंची रिक्रिएशन कराने

  •  
  • Publish Date - May 24, 2021 / 02:08 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:46 PM IST

जबलपुर। जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में एसआईटी द्वारा इंदौर से गिरफ्तार किए गए राकेश शर्मा से लगातार पूछताछ जारी है। एसआईटी टीम रविवार देर रात आरोपी राकेश शर्मा को नर्मदा नदी के तिलवारा लेकर पहुंची जहां उससे पूछताछ के बाद नकली इंजेक्शन को नर्मदा नदी में फेंकने का रिक्रिएशन करवाया गया। एसआइटी की टीम नर्मदा में फेंके गए 35 नकली इंजेक्शन का सुबूत जुटाना चाहती है जिसके लिए आरोपी राकेश शर्मा को तिलवाराघाट ले जाकर रिक्रिएशन करवाया गया और पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों से बातचीत कर नकली इंजेक्शन को नदी में तलाशने की संभावनाएं तलाशी।

ये भी पढ़ें: लॉकडाउन में गुंडागर्दी पर उतरे खाकी धारी? सरेआम युवक को जड़ा तमाचा, टायर में डंडा फंसाकर बाइक से …

राकेश शर्मा को एसआईटी की टीम अपने साथ तिलवारा पुल में ले गई थी। इस दौरान राकेश शर्मा से पता लगाया गया कि उसने तिलवारा में कहां और कैसे इंजेक्शनों को ठिकाने लगाया था। बताया जा रहा है कि राकेश शर्मा तीन मई को सपन जैन के साथ मोटरसाइकिल से तिलवारा गया था। जहां उसने 35 नकली इंजेक्शन नर्मदा में बहा दिए थे। हिरासत में शर्मा ने एसआइटी को बताया है कि सिटी हॉस्पिटल को भेजे जाने वाले नकली इंजेक्शन में 35 इंजेक्शन उसने अलग रख लिए थे जिसे उसे सपन जैन को देना था। इंजेक्शन देने के लिए वो तीन मई को जबलपुर आया था लेकिन बाद में वो सपन के साथ मोटरसाइकिल से तिलवारा गया जहां उन्होंने इंजेक्शन नर्मदा में बहा दिये ।

ये भी पढ़ें: पूर्व सीएम कमलनाथ के पर FIR दर्ज किए जाने के बाद गरमाई सियासत, सामन…

बता दें कि नकली रेमडेसिविर कांड की अहम कड़ी राकेश शर्मा जबलपुर का रहने वाला है। कुछ साल पहले वह अकेले इंदौर में जाकर बस गया था। कोरोना महामारी की आपदा को अवसर में बदलने के लिए उसने गुजरात में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह के सरगना पुनीत शाह और कौशल वोहरा से संपर्क किया था। मोखा तक नकली इंजेक्शन पहुंचाने के सह आरोपी सपन जैन से उसकी पुरानी जान पहचान थी। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह तक शर्मा ने ही सपन जैन को पहुंचाया था। जिसके बाद इंजेक्शन की खेप सिटी अस्पताल तक पहुंचने का रास्ता साफ हो सका। बताया जा रहा है कि राकेश शर्मा नकली इंजेक्शन मामले में आरोपी सुनील मिश्रा, का भी करीबी है, जिसकी तलाश गुजरात पुलिस भी कर रही है। फिलहाल एसआइटी के अधिकारी राकेश शर्मा से पूछताछ कर रहे हैं जिनकी कोशिश नर्मदा में बहाए गए नकली रेमडेसिविर ज़ब्त करने की है। पुलिस की एसआइटी के अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच में जैसे जैसे नए तथ्य उजागर हो रहे हैं वैसे वैसे आरोपियों पर धाराएं भी बढ़ा दी गई हैं।

ये भी पढ़ें: कांप उठी देखने वालों की रूह, जब नागपुर-जबलपुर हाइवे पर डिवाइडर को त…