‘गुरु घासीदास अलंकरण’ की घोषणा नहीं किए जाने से भाजपा ने उठाया नियत पर सवाल, संस्कृति मंत्री ने कहा नहीं मिली उपयुक्त प्रविष्टि

‘गुरु घासीदास अलंकरण’ की घोषणा नहीं किए जाने से भाजपा ने उठाया नियत पर सवाल, संस्कृति मंत्री ने कहा नहीं मिली उपयुक्त प्रविष्टि

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  • Publish Date - November 2, 2020 / 01:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:00 PM IST

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक नवीन मार्कंडेय ने छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर सामाजिक चेतना व दलित उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए प्रदान किए जाने वाले ‘गुरु घासीदास अलंकरण’ की घोषणा नहीं किए जाने पर प्रदेश सरकार की नीयत पर सवाल उठाया है। नवीन मार्कंडेय ने कहा कि प्रदेश सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि हर वर्ष दिया जाने वाला यह अलंकरण इस वर्ष घोषित क्यों नहीं किया गया?

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भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक मार्कंडेय ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर प्रारंभ से ही यह अलंकरण घोषित कर सामाजिक चेतना व दलित उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा के लिए सम्मानस्वरूप भेंट किया जाता रहा है, लेकिन इस वर्ष यह अलंकरण घोषित नहीं किए जाने के कारण प्रदेश सरकार की नीयत पर सवाल उठ रहा है। नवीन मार्कंडेय ने पूछा कि क्या प्रदेश सरकार ने इस श्रेणी के अलंकरण को बंद कर दिया है? और यदि नहीं, तो यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस वर्ष राज्य स्थापना दिवस पर इस अलंकरण की घोषणा क्यों रोकी गई है?

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इस पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि इस साल गुरु घासीदास अलंकरण के लिए इस बार उपयुक्त प्रविष्टि नहीं आने की वजह से फिलहाल इसे स्थगित रखा गया है । इसका अलंकरण अलग से किया जाएगा ।

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