बारिश और तूफान से बर्बाद हुईं ​फसलें, मिट्टी में मिल गई किसानों की कमाई

बारिश और तूफान से बर्बाद हुईं ​फसलें, मिट्टी में मिल गई किसानों की कमाई

बारिश और तूफान से बर्बाद हुईं ​फसलें, मिट्टी में मिल गई किसानों की कमाई
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: March 27, 2020 1:55 pm IST

खरगोन। वैसे तो भारत सहित पूरा विश्व इन दिनों कोरोना वायरस की वैश्विक बीमारी से पीड़ित और परेशान है, वहीं दूसरी ओर किसानों की रीढ़ मानी जाने वाली उनकी मुख्य गेहूं की फसलों पर संकट के बादल छा गए हैं। शुक्रवार को खरगोन जिले के भगवानपुरा तहसील के ग्राम बहादरपुरा, मोहना नागर खेड़ी सहित आसपास के एक दर्जन से भी अधिक गाँवो में तेज आंधी और तूफान के साथ जमकर बारिश हुई जिसके चलते किसानों के खून पसीने से सिंची गई गेहूं की खड़ी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई।

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इस बारिश से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। पीड़ित किसानों का कहना है कि इस वर्ष खरीफ की फसल भी अत्यधिक बारिश के चलते बर्बाद हो गई थी, वहीं दूसरी ओर रबी की फसल गेहूं और चने से काफी उम्मीदें बंधी थी। खेतों में फसलें तैयार हो गई थी बालियां पक कर तैयार थी सिर्फ फसल काटने की देर थी। लेकिन वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टोटल लाक डाउन है। मजदूर मिल नहीं रहे, थ्रेसर, हार्वेस्टर उपलब्ध नहीं हो रहे है जिसके चलते तेज आंधी और तूफान के साथ हुई बारिश से गेहूं की खड़ी फसलें बर्बाद हो गई।

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ग्राम बहादरपुरा के पीड़ित किसानों का कहना है कि तेज आंधी तूफान और बारिश से खेतों में खड़ी उनकी गेंहू की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। किसानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि फसलों का अविलंब सर्वे करवाया जाए एवं उचित मुआवजा दिलवाया जाए। ताकि किसान इस आर्थिक संकट से उबर सकें।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com