डॉक्टर्स की चेतावनी, राज्यसभा में बिल पास हुआ तो देशव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे, आपातकाल सेवा भी बंद कर दी जाएगी
डॉक्टर्स की चेतावनी, राज्यसभा में बिल पास हुआ तो देशव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे, आपातकाल सेवा भी बंद कर दी जाएगी
भोपाल। एनएमसी का विरोध कर रहे डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है (bhopal doctor strike), अगर बिल राज्यसभा में पास हुआ तो देशव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे। आपातकाल सेवा भी बंद कर दी जाएगी। बिल को डॉक्टर्स के लिए खतरनाक बताया गया। बता दें बिल के विरोध में प्रदेशभर के करीब 8 लाख डॉक्टर्स आज एक दिनी हड़ताल पर हैं। हड़ताल बुधवार सुबह 6 बजे से गुरुवार सुबह 6 बजे जारी रहेगी।
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हड़ताल की वजह से ज्यादातर अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं बंद हैं। इसी कड़ी में ग्वालियर में भी बिल मेडिकल काउंसिल की जगह लेगा और इसमें कई बदलाव किए गए हैं, जिसका आईएमए विरोध कर रहा है। हड़ताल के कारण मरीजों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल के दौरान डॉक्टर ओपीडी सेवाएं नहीं दे रहे हैं, जबकि हर तरह की इमर्जेंसी सेवाएं जारी हैं। एसोसिएशन ने कहा है कि ये हड़ताल सरकार को बिल की खामियों के बारे में बताने के लिए किया जा रहा है।
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आईएमए के ग्वालियर अध्यक्ष के मुताबिक एनएमसी विधेयक को लेकर हम लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं। पिछली बार जब सदन में विधेयक पेश हुआ था तब आईएमए के विरोध पर सरकार ने संशोधन का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में सरकार ने उन्हीं नियमों को लागू कर दिया। इस बिल से अब नीम हकीम भी डॉक्टर बन जाएंगे। वहीं IMA के समर्थन में ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर भी 3 घंटे की हड़ताल पर है।
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आपको बता दें कि अब तक मेडिकल शिक्षा, मेडिकल संस्थानों और डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन से संबंधित काम मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की जिम्मेदारी थी, लेकिन बिल पास होने के बाद एनएमसी विधेयक मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की जगह लेगा। बिल के तहत 3.5 लाख नॉन मेडिकल लोगों को लाइसेंस देकर सभी प्रकार की दवाइयां लिखने और इलाज करने का कानूनी अधिकार दिया जा रहा है, जिसका डॉक्टर विरोध कर रहे हैं। बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लोकसभा में इस विधेयक को 17 जुलाई को मंज़ूरी दी है (bhopal doctor strike news)। अब इस विधेयक को राज्यसभा में पेश किया जाना है।
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