मदमस्त हाथियों को पहनाया गया रेडियोकालर, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस | Elephant Attack:

मदमस्त हाथियों को पहनाया गया रेडियोकालर, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

मदमस्त हाथियों को पहनाया गया रेडियोकालर, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

मदमस्त हाथियों को पहनाया गया रेडियोकालर, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
Modified Date: November 29, 2022 / 08:41 pm IST
Published Date: September 24, 2018 5:54 am IST

महासमुंद।  जिलेे में चार सालो से हाथियों के आंतक से जिले के लगभग 45 गांव के ग्रामीण दहशत में है । वन विभाग हाथियों को रेडियो कालर पहनाने के लिए 9 महिनों में पांच कुनकी हाथियों पर लगभग 70 से 80 लाख रूपये खर्च करने के बाद वन विभाग को तीन हाथियों के दल में से एक दल के मुखिया को रेडियोकालर पहनाने में सफलता मिली है । जहाॅ वन विभाग के आला अधिकारी जल्द ही बचे दोनो हाथियों के दलों के मुखिया को रेडियों कालर पहना लेने की बात कह रहे है।  वही ग्रामीण आज भी दहशत में है ।

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ज्ञात हो कि  महासमुंद जिले के सिरपुर के लगभग चार दर्जन ( लहंगर ,परसाडही ,गुडरूडीह ,पिरदा ,मालीडीह ,बांसकुड़ा ,बिरबिरा ,छपोराडीह ,जलकी ,खडसा ,मोहकम ,पीढ़ी ,कुकराडीह ,जोबा ,गढ़सिवनी ,भोरिंग ,अछोली ,बड़गांव ,फुसेरा ,अमलोर ,रायतुम ,आदि ) से ज्यादा गांवो में लगभग दो दर्जन से ज्यादा हाथियों के तीन झुंड ने किसानों की कई एकड फसल बीते चार सालों से बर्बाद करते आ रहे है । इन चार सालों में हाथियों ने 13 लोगो को मौत की नींद सुला चुके है एवं लगभग 17 लोगो को घायल कर चुके है । वन विभाग अभी तक करोडो रूपये फसल की क्षतिपूर्ति ,52 लाख रूपयें मृतकों के परिजनों को एवं लाखों रूपये घायलों के इलाज पर खर्च कर चुकी है । हाथियों के आंतक से छुटकारा दिलाने के लिए वन विभाग ने जनवरी 2018 में 5 कुनकी हाथी मंगाये ।

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 जिसके माध्यम से इन हाथियों के गले में रेडियोकालर पहनाने की योजना बनाई गई ,पर 9 महिनो मे वन विभाग ने लगभग 70 से 80 लाख रूपये खर्च करने के बाद अभी एक सफलता हासिल की है । वन विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली की मुरूमडीह के जंगलों में 9 हाथियों का दल देखा गया है । उसके बाद वन विभाग व एसओएस की टीम ने हाथियों के दल के मुखिया को पहचान कर हथिनी को रेडियों कालर पहनाने में सफलता हासिल की । आप को बता दे कि अभी भी दो हाथियों के दल घुम रहे है । जिन्हें अभी रेडियोंकालर नही पहनाया गया है । वन विभाग इस रेडियोकालर की मदद से हाथियों के दल का लोकेशन प्रत्येक घंटे पता करके आस-पास के गांव के ग्रामीणों को अलर्ट कर रही है ताकि जनहानि पर रोकथाम लगाई जा सके ।

वेब डेस्क IBC24

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