भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह के कार्यकाल में हुए स्मार्ट सिटी महाघोटाले को लेकर ईआडब्ल्यू ने आरोपियों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। ईओडब्ल्यू ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि स्मार्ट सिटी के लिए डाटा सेंटर और डिजास्टर रिकवरी सेंटर बनाने के लिए टेंडर जारी किया गया था, जिसमें सरकार ने ऐसी कंपनी को टेंडर दिया था जिसे इस काम का कोई अनुभव ही नहीं था।
गौरतलब है कि मामले में सीनियर आईएएस अफसर विवेक अग्रवाल और बेटे वैभव अग्रवाल का नाम सामने आया है। विवेक अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव रहते हुए एचपीई कंपनी को 300 करोड़ रुपए का टेंडर दिया था। जबकि बीएसएनएल ने 250 करोड़ का टेंडर दिया था। इसके बाद भी टेंडर एचपीई कंपनी को टेंडर दिया गया था, जबकि कंपनी को इस काम का बिल्कुल भी अनुभव नहीं था।
बताया जा रहा है कि पीडब्ल्यूसी और एचपीई कंपनी के बीच यह तय हुआ था कि दोनों मिलकर टेंडर को पूरा करेंगे। लेकिन टेंडर होने के 6 दिन बाद ही पीडब्ल्यूसी कंसल्टेंट कंपनी में सीनियर अधिकारी और विवेक अग्रवाल के बेटे वैभव कोलकाता से फरार हो गए थे। मामले में फिलहाल ईओडब्ल्यू की कार्रवाई लगातार जारी है।
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2 hours ago