अजित पवार की आलोचना करने का फडणवीस को कोई नैतिक अधिकार नहीं: एकनाथ खडसे

अजित पवार की आलोचना करने का फडणवीस को कोई नैतिक अधिकार नहीं: एकनाथ खडसे

अजित पवार की आलोचना करने का फडणवीस को कोई नैतिक अधिकार नहीं: एकनाथ खडसे
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: September 5, 2020 3:27 pm IST

मुंबई, पांच सितंबर (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मौजूदा उप मुख्यमंत्री अजित पवार की आलोचना करने का नैतिक आधार खो दिया है।

खडसे ने दावा किया कि उनके पास इस बारे में ‘‘सबूत’’ है कि एक सामाजिक कार्यकर्ता को उनके विरुद्ध झूठे आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया गया था।

पूर्व मंत्री खडसे ने कहा कि फडणवीस ने मनीष भंगाले से मुलाकात की थी, जिन्होंने यह आरोप लगाया था कि खडसे को कुछ गैंगस्टर के कॉल आये थे।

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फडणवीस के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया था कि खडसे के विरुद्ध झूठा आरोप लगाने वाले भंगाले चौबीस घंटे के भीतर गिरफ्तार हो जाएगा।

हालांकि, उन्होंने भंगाले या कार्यकर्ता पर टिप्पणी करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह भाजपा से संबद्ध नहीं है।

सूत्र ने कहा कि खडसे के विरुद्ध जमीन हड़पने के आरोपों के चलते उन्हें 2016 में मंत्री पद गंवाना पड़ा था, न कि भंगाले के आरोपों के कारण।

खडसे ने जलगांव में संवाददाताओं से कहा, “मेरे पास इस बारे में पर्याप्त सबूत हैं कि सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया को मुझपर आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया गया था। मैंने कुछ सबूत पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी दिखाये थे।”

खडसे ने कहा कि फडणवीस ने 2019 में रांकापा नेता अजित पवार के साथ मिल कर सरकार बनाने का असफल प्रयास किया था।

उन्होंने कहा, “(इस परिप्रेक्ष्य में) हम नैतिक आधार खो चुके हैं। इसलिए, देवेंद्र जी अब अजित पवार की आलोचना नहीं कर सकते।”

भाषा यश सुभाष

सुभाष


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