JCCJ कार्यकर्ताओं ने किया राज्य सरकार का पुतला फूंकने का प्रयास, बोले- हार की डर से अमित-ऋचा जोगी का निरस्त कराया नामांकन

JCCJ कार्यकर्ताओं ने किया राज्य सरकार का पुतला फूंकने का प्रयास, बोले- हार की डर से अमित-ऋचा जोगी का निरस्त कराया नामांकन

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  • Publish Date - October 18, 2020 / 10:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

रायपुर। मरवाही उपचुनाव के लिए अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन फार्म निरस्त कर दिया गया। इस मुद्दे पर आज जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने रायपुर में राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए पुतला फूंकने की कोशिश की। जिसे पुलिस ने रोक लिया।

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जेसीसीजे नेताओं ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार मरवाही में अपनी हार देख रही थी इसलिए अमित और ऋचा जोगी का नामांकन फार्म निरस्त करा दिया। जेसीसीजे नेताओं ने कहा सरकार चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना रही है। सरकार ने यह काम कर मरवाही की जनता के साथ धोखा किया है।

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अमित और ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र वैध नहीं होने के कारण नामांकन निरस्त कर दिया गया। इस मामले पर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और पूर्व CM रमन सिंह पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि 2003 के चुनावों में भाजपा अजीत जोगी को नक़ली आदिवासी बताकर सत्ता में आयी थी लेकिन सत्ता में आने के बाद जोगी और रमन सरकार की जुगलबंदी देखने को मिलने लगी। CM भूपेश बघेल ने कहा है कि 15 साल तक रमन सरकार जोगी की जाति को प्रमाणित नहीं करा पाई। ऐसे में अब जो यह फ़ैसला आया है उसका स्वागत भाजपा के नेताओं को करना चाहिए।

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CM भूपेश बघेल ने कहा कि 2013 में रमन सिंह ने हाईपावर कमिटी की रिपोर्ट भी वापस ले ली थी। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की तरफ़ से भी लगातार यह माँग आ रही थी की फ़र्ज़ी जाति प्रमाण पत्र वालों पर सरकार कार्रवाई करें। वहीं इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जोगी जाति मामले में कांग्रेस का मापदंड दोहरा है। कांग्रेस ने जोगी को आदिवासी मुख्यमंत्री बताया था। कौशिक ने कहा जब तक जोगी कांग्रेस में थे तो आदिवासी थे अब आज जोगी कांग्रेस में नहीं तो आदिवासी नहीं।