पुलिस विभाग में बड़ी सर्जरी, डीएम अवस्थी नए डीजीपी, एएन उपाध्याय पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष बने

पुलिस विभाग में बड़ी सर्जरी, डीएम अवस्थी नए डीजीपी, एएन उपाध्याय पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष बने

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  • Publish Date - December 20, 2018 / 03:02 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नए डीजीपी डीएम अवस्थी ने पदभार ग्रहण कर लिया है। पुलिस मुख्यालय भवन में आयोजित कार्यक्रम में अवस्थी ने डीजीपी का चार्ज लिया। एएन उपाध्याय ने डीएम अवस्थी को चार्ज सौंपा। डीएम अवस्थी को बुधवार देर रात डीजीपी बनाने का आदेश जारी हुआ था। देर रात गृह विभाग से जारी आदेश में डीजीपी एएन उपाध्याय को हटाकर पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष, सह प्रबंध संचालक के पद पर पदस्थ किया गया।

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1985 बैंच के आईपीएस डीएम अवस्थी के पास अबतक स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन, एसआईबी और पुलिस हाउसिंग सोसाइटी का प्रभार है। डीएम अवस्थी के बारे में बात करें तो पुलिस विभाग में तेज तर्रार और त्वरित निर्णय लेने वाला अधिकारी माने जाते हैं और अपने अधीनस्थों के साथ बहुत ही दोस्ताना व्यवहार करने वाले अधिकारी माने जाते हैं। नक्सल मोर्चे पर कई बड़ी सफलताओं का सेहरा डीएम अवस्थी के सर पर बंधा है। मंत्रालय के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक आगामी 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों के एसपी और कलेक्टरों के बदले जाने के आदेश जारी हो सकते हैं।

इससे पहले बुधवार को डीएम अवस्थी ने नये एसीबी चीफ का चार्ज संभाला। इसके बाद बुधवार को सरकार की ओर से जारी आदेश में डीएम अवस्थी को राज्य का नए डीजीपी के तौर नियुक्त किए जाने का ऐलान कर दिया गया। बता दें कि अवस्थी 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। डीएम अवस्थी अब डीजीपी के साथ साथ नक्सल ऑपरेशन, EWO और ACB का भी कमान संभालेंगे। आपको याद होगा कि, शपथ ग्रहण के तुरंत बाद भूपेश बघेल ने चार IPS अफसरों को नयी जिम्मेदारियां दी थी, उनमें डीएम अवस्थी भी थे। 1988 बैच के आईपीएस मुकेश गुप्ता को पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। अभी उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है।

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गौरतलब है कि मुकेश गुप्ता के कार्यकाल में ही जमीन के मामले में तत्कालीन रमन सरकार ने भूपेश बघेल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में ईओडब्ल्यू में भूपेश के साथ-साथ उनकी पत्नी और मां को तलब कर लिया गया था। इसमें पीसीसी चीफ की बड़ी किरकिरी हुई थी। वहीं खुफिया चीफ रहे 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा को भी सरकार ने बदल दिया है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय पिल्लई को नया खुफिया चीफ बनाया गया है। पिल्लई अब तक विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशासन, प्रशिक्षण, एसटीएफ और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का काम देख रहे थे। अशोक जुनेजा को विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशासन, प्रशिक्षण, एसटीएफ और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बनाया गया है। गुप्ता और जुनेजा दोनों रमन सरकार के काफी करीबी और विश्वास पात्र अधिकारी माने जाते रहे हैं। 2012 के झीरम घाटी कांड के समय मुकेश गुप्ता राज्य के खुफिया चीफ थे।