आरक्षण से उपजी विसंगतियों को लेकर राजधानी में एक दिवसीय धरना, प्रदेश में 82 प्रतिशत आरक्षण का हो रहा विरोध

आरक्षण से उपजी विसंगतियों को लेकर राजधानी में एक दिवसीय धरना, प्रदेश में 82 प्रतिशत आरक्षण का हो रहा विरोध

आरक्षण से उपजी विसंगतियों को लेकर राजधानी में एक दिवसीय धरना, प्रदेश में 82 प्रतिशत आरक्षण का हो रहा विरोध
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 pm IST
Published Date: September 15, 2019 10:09 am IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में लागू किए गए आरक्षण से उपजे विसंगतियों को लेकर आज राजधानी रायपुर में एक दिवसीय विशाल प्रादेशिक धरना दिया जा रहा है। धरने में सामान्य वर्ग, ब्राह्मण संगठनों के सदस्य और पदाधिकारी सहित सामान्य वर्ग के छात्र छात्राएं भी शामिल हुए। आरक्षण के विरोध मेें धरना करने के बाद CM हाउस की ओर जा रहे सवर्णों को पुलिस ने रोक दिया। वहीं नगर निगम के पास पुलिस और सवर्णों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। इसके बाद नगर निगम के पास प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ नारेबाजी करने लगे।

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बता दें कि प्रदेश में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने पूर्व से निर्धारित आरक्षण कोटे को बढ़ा दिया है। जिसके बाद से सामान्य वर्ग में रोष देखा जा रहा है। क्यों कि सरकार के इस फैसले के बाद सामान्य वर्ग कोटा बहुत कम रह गया है। छत्तीसगढ़ में आरक्षण का कोटा 72 प्रतिशत हो गया है।

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बता दें कि 15 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ओबीसी को 14 से बढ़कार 27 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की थी। साथ ही एससी का आरक्षण एक फीसदी बढ़ाकर 13 फीसदी करने का ऐलान किया था। इसके बाद सामान्य वर्ग से भी आरक्षण की मांग उठ रही थी। यही वजह है कि कैबिनेट ने आरक्षण की परिधि से बाहर यानी सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण देने का फैसला किया है। सामान्य वर्ग का आरक्षण लागू होने के साथ ही प्रदेश में 82 प्रतिशत आरक्षण हो जाएगा।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com