.पाखंड से परे है पवित्र तीर्थ गिरौदाधाम – राष्ट्रपति रामनाथ कोविद

.पाखंड से परे है पवित्र तीर्थ गिरौदाधाम - राष्ट्रपति रामनाथ कोविद

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  • Publish Date - November 6, 2017 / 08:31 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:31 PM IST

राष्ट्रपति राम नाथ कोविद ने आज अपनी गिरोध पूरी यात्रा के दौरान दोपहर १ बजकर २० मिनट में ग्रामीणों के बीच उद्बोधन में कहा की यह एक पवित्र नगरी है इस पवित्रता का परिणाम आप सब जो स्वतः हजारो की तादाद में यहाँ आये है। उन्होंने अपने सन्देश में कहा की यह पवित्र तीर्थ है जो पाखंड से ऊपर है। साथ ही उन्होंने कहा की घासीदास बाबा ने समाज को नयी दिशा दी हर युग में संतो का जन्म हुआ है और छत्तीसगढ़ के लोग धन्य है जिन्हे इस महान संत का सानिध्य मिला। उन्होंने घासी दास बाबा के बारे में कहा की बिखरे समाज को सुधारने का काम बाबा जी ने किया है उन्हें ज्ञान मोक्ष सब प्राप्त हो गया था उसके बाद भी उन्होंने समाज के लिए कार्य किया यही वजह है की सभी धर्म के लोग आज बाबा के उपासक है

बाबा की तपोभूमि -गिरौधपुरी धाम

उन्होंने इतने वर्ष पहले से ही महिला सम्मान और विधवा विवाह पर जोर दिया था। सत्य ही ईश्वर का दूसरा नाम है जो सतनाम समाज की विशेषता है। राष्ट्रपति ने इस उद्बोधन में डॉ रमन के कार्यो की भी प्रशंसा की साथ ही स्थनीय नेताओ का भी जिक्र किया। साथ ही गिरौधपुरी स्थित सामुदायिक भवन का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा की बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास विश्वविद्यालय आज केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंतर गत है और मै खुश किस्मत हु की छत्तीसगढ़ का यह विश्वविद्यालय राष्ट्रपति के अंडर है। उन्होंने गिरौधपुरी को तीर्थ धाम में रखने की भी इक्छा प्रगट की। इस अवसर पर आस पास के ग्रामीणों के आलावा बहुतायत में स्कूली बच्चे भी उपस्थित थे घासीदास की तपोभूमि में ऱाष्‍ट्रपति