नौकरशाह से नेता बने आरसीपी सिंह संभालेंगे जद(यू) की कमान, सीएम नीतीश कुमार की जगह लेंगे | RCP Singh to take over as IAS officer to take over as JD (U)

नौकरशाह से नेता बने आरसीपी सिंह संभालेंगे जद(यू) की कमान, सीएम नीतीश कुमार की जगह लेंगे

नौकरशाह से नेता बने आरसीपी सिंह संभालेंगे जद(यू) की कमान, सीएम नीतीश कुमार की जगह लेंगे

नौकरशाह से नेता बने आरसीपी सिंह संभालेंगे जद(यू) की कमान, सीएम नीतीश कुमार की जगह लेंगे
Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 pm IST
Published Date: December 27, 2020 3:56 pm IST

पटना, 27 दिसंबर (भाषा) नौकरशाह से नेता बने आरसीपी सिंह अब जनता दल (यूनाइटेड) की कमान संभालेंगे। राम चंद्र प्रसाद सिंह को आमतौर पर आरसीपी सिंह के नाम से जाना जाता है। सिंह बतौर पार्टी अध्यक्ष बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्थान लेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र आरसीपी सिंह को रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) का नया अध्यक्ष चुना गया। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान कुमार ने शीर्ष पद के लिए सिंह के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसका अन्य सदस्यों ने अनुमोदन किया।

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मुख्यमंत्री को 2019 में तीन वर्षों के लिए जद (यू) का अध्यक्ष चुना गया था। हालांकि, उन्होंने राज्यसभा के सदस्य सिंह के लिए यह पद छोड़ दिया। सिंह पहले नौकरशाह थे, जो बाद में नेता बने और अब तक वह इस क्षेत्रीय दल के महासचिव (संगठन)थे।

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वर्ष 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी रहे आरसीपी सिंह, उस समय से नीतीश कुमार के साथ जुडे हुए हैं, जब वह तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री हुआ करते थे। जब कुमार बिहार की राजनीति में लौटे और वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री बने तो सिंह भी अपने गृह प्रदेश में आ गए और उन्हें मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया।

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सेवानिवृत्त होने से कुछ महीने पहले ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी और वर्ष 2010 में राजनीति में सक्रिय हो गए। तब नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया और तब से वह लगातार उच्च सदन के सदस्य हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जद(यू) के भाजपा से कम सीटें जीतने के चलते बिहार में ”बड़े भाई” का दर्जा गंवाने के विपरीत समय में 62 वर्षीय आरसीपी सिंह पर पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ ही भगवा दल से समझदारी से निपटने की जिम्मेदारी है।

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अरुणाचल प्रदेश में जद(यू) के सात विधायकों में से छह का भाजपा में शामिल होना और पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव जद(यू) के नए अध्यक्ष के समक्ष तात्कालिक चुनौती हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई, जहां अगले वर्ष अप्रैल-मई में चुनाव होने वाले हैं।

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सिंह का जन्म छह जुलाई 1958 को नालंदा जिले के मुस्तफापुर में हुआ था। उन्होंने इसी जिले के हुसैनपुर में शिक्षा प्राप्त की। सिंह ने पटना कॉलेज से इतिहास में स्नातक और परास्नातक जेएनयू से किया। आरसीपी सिंह ने 21 मई 1982 को गिरिजा सिंह से विवाह किया और उनकी दो बेटियां हैं। उनकी बेटी लिपि सिंह वर्ष 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।

 

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