बरेली (उप्र) 23जून (भाषा) पुलिस की खाकी वर्दी में खुद को दरोगा बताकर फर्जी तरीके से वाहनों की चेकिंग करने एवं लोगों से वसूली करने वाले सेवानिवृत्त फौजी को बरेली की बिक्री चैनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि फर्जी दरोगा लाखन सिंह के पास से एक कार विटारा ब्रेजा, एक पिस्तौल (32 बोर) एवं 10 कारतूस बरामद की गयी हैं। उन्होंने बताया कि फर्जी दरोगा के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाना में मुकदमा पंजीकृत किया गया और उसे बुधवार को जेल भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार मंगलवार को चैनपुर थाने की रामगंगा नगर चौकी से कुछ दूरी पर पुलिस वर्दी में खुद को दरोगा बताने वाला यह व्यक्ति वाहनों की चेकिंग कर लोगों से वसूली कर रहा था, कई लोगों को उसपर शक हुआ। उन्होंने चेकिंग कर रहे दरोगा से तैनाती के स्थल पूछना शुरू किया एवं फिर उन्होंने उसकी हरकतों को देखकर रामगंगा नगर चौकी इंचार्ज कमलेश त्यागी को सूचना दी । इन लोगों ने बिथरी चैनपुर के इनस्पेक्टर मनोज त्यागी को अवगत कराया कि उनके नाम से कोई फर्जी दरोगा बनकर चेकिंग कर अवैध वसूली कर रहा है।
जिस जगह फर्जी दरोगा अवैध वसूली कर रहा था वहां इंस्पेक्टर मनोज त्यागी के नेतृत्व में घेराबंदी की और उसे पकड़ लिया गया। पुलिस को पूछताछ में फर्जी दरोगा लाखन सिंह ने बताया कि 17 जाट रेजीमेंट में हवलदार के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वह 15 साल से फर्जी दरोगा बन कर वसूली कर रहा था । इस काम को अंजाम देने के लिए वह चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल करता था ।
भाषा सं जफर राजकुमार
राजकुमार