नाबालिग के हाथ में रायफल, एक एक करके किया 3 राउंड फायर, नियम कायदों को ताक में रखकर हुई निशानेबाजी

नाबालिग के हाथ में रायफल, एक एक करके किया 3 राउंड फायर, नियम कायदों को ताक में रखकर हुई निशानेबाजी

Modified Date: November 29, 2022 / 08:15 PM IST
Published Date: February 22, 2020 5:24 pm IST

छतरपुर। जिले के बसारी में चल रहे बुन्देली उत्सव में कला और संस्कृति के नाम पर जमकर नियम कायदों की धज्जिया उड़ाई गई। वैसे तो इस आयोजन को बुन्देली तहजीव को जिन्दा बनाये रखने के लिए पूर्व कॉग्रेसी विधायक शंकर प्रताप सिंह मुन्ना राजा के द्वारा आयोजित किया जाता है, इस आयोजन में जो नजारा देखने को मिला उससे किसी की भी जान पर बन आएगी।

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दरअसल इस आयोजन में नियम कायदों को ताक पर रखकर आत्मरक्षा के लिए दिए गए लाइसेंसी रायफल से निशानेबाजी प्रतियोगिता बिना किसी सुरक्षा इंतजामो के उस वक्त की गई, जब जिले में कलेक्टर द्वारा हर्ष फायर करने तक पर पावंदी लगाई गई है। वावजूद इसके भी बसारी गांव में चल रहे बुन्देली उत्सव में खुलेआम निशानेबाजी के नाम पर कई राउंड फायर किये गए।

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भले ही आयोजक परमीशन लेने की बात कह रहे हों और तालाब में आयोजित हुई निशानेबाजी की इस प्रतियोगता में प्रतिभागी फायरिंग के दौरान उत्साहित नजर आ रहे हों लेकिन नजर हटते ही यहाँ पर किसी की भी जान जा सकती थी क्योंकि तालाब के जिस किनारे तरफ फायर कर निशाना लगाया जा रहा था उस तरफ दीवाल न होकर किसानों के खेत थे, यही नहीं बड़े बड़े निशानेबाजों के बीच एक नाबालिग ने हाथों में राइफल तानकर 3 राउंड फायर किए।

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ऐसे में यदि निशाना चूकता तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी वहीं इस मामले में जिले के एडीएम से फायरिंग की परमिशन की बात की तो वह गोलमोल जवाब देते रहे, वहीं नाबालिग द्वारा फायरिंग करने पर देखने के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।

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लेखक के बारे में

लेखक डॉ.अनिल शुक्ला वर्ष 2019 से छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में सीनियर एसोसिएट प्रोड्यूसर और शिफ्ट इंचार्ज हैं। वर्ष 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय, चित्रकूट, सतना, मध्यप्रदेश से पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। इसके पहले महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा, महाराष्ट्र से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़ से एम.एससी इन इलेक्ट्रानिक मीडिया (M.sc EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान पर आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इनके अलावा गुरूघासीदास विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। लेखक ने पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एण्ड मासकम्यूनिकेशन (PGDJMC) और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन रूरल डेवलेपमेंट (PGDRD) विषय में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। लेखक ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता निभाया है। तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। लेखक को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है।