राजिम जयंती के बहाने साहू समाज लामबंद, 7 जनवरी को शक्ति प्रदर्शन
राजिम जयंती के बहाने साहू समाज लामबंद, 7 जनवरी को शक्ति प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ में राजिम जयंती साहू समाज के लिए शक्ति प्रदर्शन का एक मंच बनकर आती है. चुनावी साल के चलते इस बार की राजिम जयंती ख़ास है…और इसीलिए 7 जनवरी को राजिम जयंती के बहाने साहू समाज शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है.
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2018 के चुनाव से पहले जातीय संगठनों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है । इस तैयारी में उनकी राजनीतिक महात्वाकांक्षा की झलक भी दिख रही है. मिसाल के तौर पर छत्तीसगढ़ का साहू समाज 7 जनवरी को जुटने वाला है । यूं तो हर साल राजिम जयंती पर समाज के लोग इकट्ठा होते हैं. पर इस बार इसकी अहमियत ज्यादा है. क्योंकि चुनाव सामने है । प्रदेश में 46 लाख से ज्यादा साहू आबादी है. जो सत्ता में ज्यादा भागीदारी के लिए प्रयासरत है ।

आगामी सम्मेलन में भी ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण और साहू समाज के प्रतिनिधियों को ज्यादा चुनावी टिकट का एजेंडा प्रमुखता से रखा जाएगा । समाज के लोगों ने इस बार राजिम जंयती के आयोजन को केवल सामाजिक नेताओं के लिए ही सीमित कर दिया है..इसमें गैर साहू नेताओं को इस बार न्योता नहीं भेजा गया है ।

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मुख्यमंत्री भी इस जयंती समारोह में इस साल शामिल नहीं हो पाएंगे । ज़ाहिर है..साहू समाज अपनी सियासी ताक़त दिखाने के एक मौके और मंच के रूप में इस सम्मेलन का इस्तेमाल करने जा रहा है । ओबीसी समुदाय में साहू और कुर्मी दो समुदाय प्रदेश में ताक़तवर हैं और वोट संख्या के हिसाब से निर्णायक भी. ऐसे में साहू समाज का हर आयोजन एक राजनीतिक संदेश भी देकर जाता है । इस बार के सम्मेलन से कांग्रेस या बीजेपी. किसके लिए फायदेमंद स्थिति बनेगी..ये देखना दिलचस्प रहेगा ।
वेब डेस्क, IBC24

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