शहडोल। कैसर पीड़ित युवक और उसक 2 भाई बहन ने ट्रेन के टीटीई पर गुंडे बुलवाकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इस पिटाई से वे घायल भी हुए। उन्होंने जीआरपी में रिपोर्ट भी लिखाई है।
मुंबई निवासी प्रवीण गुप्ता पिता रोहणी प्रसाद गुप्ता एकता गुप्ता और पवन गुप्ता ने कटनी में जिस ट्रेन की टिकट ली, वह जल्दबाजी के कारण छूट गई। लिहाजा उसी टिकट के आधार पर वे बिलासपुर एक्सप्रेस ट्रेन क्रमांक 18235 पर चढ़ गए। चेकिंग के दौरान औरंगजेब नामक टीटी ने उनसे पूछताछ की तो भाई–बहनों ने बताया कि जिस ट्रेन की टिकट हमने ली थी वह जल्दबाजी के कारण छूट गई, चूंकि दोनों ट्रेन का चार्ज एक समान है इसलिए इस में बैठ गए। उन्होंने कहा कि फिर भी यदि जो भी चार्ज और पैनल्टी बनती है आप ले लें।
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वहीं से टीटी का पारा चढ़ गया और वह अनाप-शनाप बकते हुए 900 की पेनल्टी मांगने लगा। जैसे ही उसने साथ में बैठे बहन से अभद्र तरीके से बात की तो उसका भाई सामने आ गया और कहा कि जो भी बात करनी है हमसे करिए। इसके बाद टीटीई ने प्राइवेट गुंडों को शहडोल में तैनात होने का फरमान जारी कर दिया।
पीड़ित बहन और भाई ने बताया कि जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची करीब 20 गुंडे टीटीई के नेतृत्व में उनके पास पहुंच गए और फिर मारपीट करने लगे। टीटी मदद के लिए चिल्ला रही बच्ची के बालों को पकड़ कर खींचता रहा और उसके गुंडे पूरे स्टेशन में दौड़ा कर उसके दो भाइयों को मारते रहे। जब वह नि:शक्त हो गए तब गुंडे और टीटी वहां से निकल गए। इसके बाद किसी तरह बच्ची आपने दोनों भाई और जीआरपी थाना पहुंची तो गुंडों ने जीआरपी थाना को घेर लिया।
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पूरे स्टेशन में दर्जन भर से अधिक गुंडों ने खुलेआम कोहराम मचाया, वही सामने स्थित जीआरपी थाना में खामोशी बनी रही। इतना ही नहीं जीआरपी का स्टाफ खड़ा होकर पूरी घटना को देख रहा था पर हथियारबंद गुंडों के सामने उनकी नसें ढीली हो गई और वह आम नागरिक की तरह मारपीट को शांत होने के बाद किसी तरह हिम्मत जुटाकर पीड़ितों के पास पहुंचे।
वेब डेस्क, IBC24