पीरियड में वैक्‍सीन लगवाने को सरकार ने बताया सुरक्षित, वैक्सीनेशन सेंटर ने कहा इतने दिन बाद आना

पीरियड में वैक्‍सीन लगवाने को सरकार ने बताया सुरक्षित, वैक्सीनेशन सेंटर ने कहा इतने दिन बाद आना

पीरियड में वैक्‍सीन लगवाने को सरकार ने बताया सुरक्षित, वैक्सीनेशन सेंटर ने कहा इतने दिन बाद आना
Modified Date: November 29, 2022 / 08:32 pm IST
Published Date: July 3, 2021 9:49 am IST

नई दिल्‍ली। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सभी प्रयास जारी हैं, कोरोना वैक्‍सीन लगवाना किसके लिए सुरक्षित है और किसके लिए नहीं। तमाम गाइड लाइन आने के बाद भी इस बात को लेकर अभी भी बहस जारी है, कहीं गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) में इस बात को लेकर डर बना हुआ है तो कहीं पर जो महिलाएं बच्‍चों को दूध पिला रही हैं उनके मन में भी वैक्‍सीन को लेकर चिंता सता रही है। इसी बीच अब कर्नाटक में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां वैक्‍सीनेशन सेंटर से से कुछ महिलाओं को यह कहकर वापस कर दिया गया कि अभी उनके पीरियड (Period) चल रहे हैं इस दौरान अगर वैक्‍सीन ली तो उन्‍हें परेशानी हो सकती है।

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एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार समाज सेविका विद्या पाटिल ने बताया कि कर्नाटक के रायपुर में कुछ महिलाओं को इसलिए वैक्‍सीन नहीं लगाई जा रही है क्‍योंकि उन्‍हें पीरियड चल रहे हैं, उन्‍होंने कहा कि महिलाओं को 5 दिन बाद वैक्‍सीन के लिए बुलाया गया है। उन्‍होंने बताया कि वैक्‍सीनेशन सेंटर में उनसे कहा गया है कि इस वक्‍त वैक्‍सीन लगवाने से उन्‍हें काफी ज्‍यादा थकान महसूस हो सकती है, वहीं डिप्टी कमिश्नर आर वेंकटेश कुमार ने सरकारी निकायों को ऐसा कोई निर्देश देने की बात से मना किया।

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वहीं दूसरी तरफ गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छी खबर है कि अब वे भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोरोना रोधी वैक्सीन लगवा सकती हैं, दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को NTAGI यानी नेशनल टेक्नीकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन की सिफारिशों को मंजूर कर लिया है, इसका मतलब यह है कि गर्भवती महिलाएं अब CoWIN पर पंजीकरण करा सकती हैं या टीका लगवाने के लिए सीधे COVID टीकाकरण केंद्र (CVC) जा सकती हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के किसी भी स्टेज पर वैक्सीन ले सकती हैं। एक स्टडी में यह सामने आया था कि कोरोना इंफेक्शन से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा था और उनमें कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ने के साथ ही भ्रूण पर भी असर पड़ने की आशंका थी।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com