BJP Meeting in Delhi : BJP Meeting in Delhi | Veteran leaders will brainstorm on the preparation of Mission 2023
Barun Sakhajee
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल जनवरी में खत्म होने जा रहा है। संगठन में 2023 के महत्वपूर्ण चुनावों के मद्देनजर कार्यकाल विस्तार भी मिल सकता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इसका सीधा असर छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन पर भी पड़ेगा। बताया जाता है कि जून के महीने में होने जा रहे 2 महत्वपूर्ण बदलाव के बाद भाजपा में एक नए फॉर्मूले पर चर्चा की जा सकती है।
भाजपा छत्तीसगढ़ में अध्यक्ष के रूप में आदिवासी चेहरा ही सामने रखना चाहती है। लेकिन विष्णुदेव साय की कार्यशैली से अप्रसन्न है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक साय पर दबाव है। लेकिन भाजपा के पास कोई आदिवासी चेहरा सामने नहीं दिख रहा। ऐसे में पार्टी साय को बरकरार रखते हुए कार्यकारी अध्यक्ष बनाने पर भी चर्चा की जा रही है। इन अध्यक्षों को महत्वपूर्ण दायित्व देकर संगठनात्मक गतिविधियों को सुधारा जा सकता है।
पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में दो लोगों को लगा सकती है। इनमें सबसे ऊपर नाम है अरुण साव का है। अरुण साव अभी बिलासपुर से सांसद हैं। वे संघ के चहेते सांसदों में शुमार हैं। फिलहाल राष्ट्रीय कार्यकारणी में भी शामिल हैं। अरुण साव के अलावा दूसरी नाम ओबीसी के रूप में धरमलाल कौशिक का भी हो सकता है। उन्हें नेता प्रतिपक्ष से हटाकर पार्टी संगठन में एकोमोडेट कर सकती है। तीसरा नाम भाटापारा से विधायक शिवरतन शर्मा का भी बताया जा रहा है। चौथे नाम के रूप में नारायण चंदेल या अजय चंद्राकर में से कोई एक भी हो सकता है। नेता प्रतिपक्ष के रूप में अजय चंद्राकर और नारायण चंदेल का नाम चल रहा है। ऐसे में किसी एक को पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में भी जिम्मेदारी दे सकती है।