शाहजहांपुर (उप्र), 24 नवंबर (भाषा) एक भाजपा विधायक की पुत्रवधू होने का दावा करने वाली एक महिला यहां जिलाधिकारी कार्यालय में धरने पर बैठ गई। महिला का आरोप है कि पुलिस उसकी शिकायत पर उनके (विधायक) खिलाफ उत्पीड़न का मामला दर्ज नहीं कर रही है।
तिलहर क्षेत्र से भाजपा विधायक रोशनलाल वर्मा ने यहां निगोही की रहने वाली 32 वर्षीय महिला सरिता द्वारा लगाये गये आरोपों का खंडन किया है।
महिला के वकील अवधेश सिंह ने बताया कि महिला, विधायक के दिवंगत बेटे की ‘‘दूसरी पत्नी’’ है जबकि ‘‘पहली पत्नी’’ विधायक के पैतृक निवास में रह रही है।
सरिता ने आरोप लगाया कि लगभग दो साल पहले उसके पति विनोद कुमार की मौत होने के बाद उसे विधायक के घर से निकाल दिया गया और उसे विधायक तथा उनके लोगों द्वारा परेशान किया जा रहा है।
महिला ने दावा किया कि उसके पति की मौत के बाद उसकी जायदाद को लेकर छह मुकदमे अदालत में चल रहे हैं।
सरिता ने कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखा और शिकायत की कि विधायक ने उसके पिता और भाई को फोन पर धमकी दी और उसके बाद खुदागंज थाने में उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा अपने सहयोगी के जरिये दर्ज करा दिया गया।
महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस से की गई कई शिकायतों के बावजूद उसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक यश आनंद ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है और यदि कोई शिकायत दी जाती है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें विधायक की महिला के भाई के साथ कथित बातचीत है। इसमें भाजपा नेता को महिला के भाई और पिता को जेल में बंद कराने की कथित तौर पर धमकी देते हुए सुना जा रहा है।
विधायक ने इस आरोप से इनकार करते हुए कहा कि ऑडियो की प्रामाणिकता की जांच की जानी चाहिए।
भाषा सं आनंद
देवेंद्र अविनाश
अविनाश