(HDFC Bank Share, Image Credit: ANI News)
HDFC Bank Share: मंगलवार, 22 जुलाई 2025 को HDFC बैंक के शेयर में मामूली लेकिन अहम बढ़त दर्ज की गई। शेयर की कीमत में करीब 1% की तेजी आई, जो बैंक के हालिया तिमाही नतीजों, डिविडेंड और बोनस शेयर के ऐलान के बाद देखने को मिली।
बैंक ने पहली तिमाही (Q1) के वित्तीय नतीजे जारी किए, जिसमें इसका नेट रेवेन्यू 53,170 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान अवधि के 40,510 करोड़ रुपये के मुकाबले 31% अधिक है। इस आमदनी में एक बड़ा योगदान HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO से हुए फायदा का रहा, जिससे बैंक को 9,130 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। बैंक का नेट प्रॉफिट 18,160 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 12% की तेजी को दर्शाता है। यह आंकड़ा न केवल विश्लेषकों के उम्मीदों से बेहतर था, बल्कि बाजार को भी काफी प्रभावित किया।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस शानदार प्रदर्शन की कई वजहें जैसे कि कर्ज में ठोस बढ़त, डिपॉजिट में मजबूती, ब्याज मार्जिन में मामूली गिरावट और एसेट क्वालिटी में स्थिरता रही। जेफरीज इंडिया और मोतीलाल ओसवाल जैसी प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स ने इसे एक ‘स्टेबल तिमाही’ बताया है।
जेफरीज इंडिया ने बैंक पर ‘BUY’ रेटिंग कायम रखते हुए शेयर का टारगेट प्राइस 2,400 रुपये कर दिया है जो पहले 2,340 रुपये था। हालांकि उन्होंने वित्त वर्ष 2026-27 के अनुमान थोड़े घटाए हैं, परंतु उन्हें Q2 के बाद सुधार की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल ने भी शेयर पर ‘BUY’की रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 2,300 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि बैंक की रणनीति जैसे कि महंगे कर्ज में कटौती, ऑपरेटिंग लेवरेज सुधारना और प्रोविजन बफर बनाए रखना ये आगे चलकर शानदार रिटर्न दे सकती है। कुल मिलाकर HDFC बैंक के नतीजे निवेशकों के लिए पॉजिटिव संकेत लेकर आए हैं और शेयर में आगे भी मजबूती की उम्मीद जताई जा रही है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।