(Hind Rectifiers Share Price, Image Credit: IBC24 News Customize)
Hind Rectifiers Share Price: रेलवे और पावर उपकरण निर्माण करने वाली हिंद रेक्टिफायर्स लिमिटेड (Hind Rectifiers) को इंडियन रेलवे से 101 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है। कंपनी ने यह जानकारी शुक्रवार, 27 जून 2025 को शेयर बाजारों को दी गई एक सूचना में दी है। कंपनी के मुताबिक यह ऑर्डर वित्त वर्ष 2025-26 से 2026-27 के बीच पूरा किया जाएगा, जिसमें रेलवे के लिए इलेक्ट्रिकल कॉम्पोनेंट्स की सप्लाई की जाएगी। यह सौदा रेलवे के मानक नियमों और शर्तों के तहत हुआ है।
हिंद रेक्टिफायर्स लिमिटेड का मानना है कि यह बड़ा ऑर्डर उसकी ऑर्डर बुक को मजबूत करेगा और आने वाले सालों में रेवेन्यू ग्रोथ में सकारात्मक योगदान देगा। रेलवे जैसे भरोसेमंद ग्राहक से मिला यह बड़ा प्रोजेक्ट कंपनी की विश्वसनीयता और तकनीकी क्षमता को दर्शाता है।
हाल ही में जारी किए गए मार्च 2025 तिमाही नतीजों में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है।
इस तिमाही में हिंद रेक्टिफायर्स का कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 95% बढ़कर 9.99 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 5.11 करोड़ रुपये था। वहीं, कंपनी की नेट इनकम भी बढ़कर 185.39 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले 151.73 करोड़ रुपये थी। साथ ही, कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 2 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड भी घोषित किया।
हिंद रेक्टिफायर्स लिमिटेड जिसे अक्सर Hirect के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना अप्रैल 1958 में हुई थी। यह कंपनी पावर सेमीकंडक्टर्स, रेलवे ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम्स और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के डिजाइन, निर्माण और मार्केटिंग में विशेषता रखती है। यह कंपनी रेलवे क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति और विशेषज्ञता रखती है।
हिंद रेक्टिफायर्स का शेयर 27 जून 2025 को एनएसई पर 1,260 रुपये के स्तर पर बंद हुआ, जो कि 1.23% की वृद्धि को दर्शाता है। यह एक मल्टीबैगर स्टॉक के रूप में जाना जाता है। पिछले 5 सालों में इसने 857% का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 1 वर्ष में शेयर ने 87% की बढ़त दी, लेकिन 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें 10.69% की गिरावट देखी गई है। पिछले एक महीने में इसका प्रदर्शन लगभग सपाट रहा है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।