Gensol Engineering Share: बाजार में ढहा इस कंपनी का शेयर! 51 रुपये तक फिसला, लोग अब बेचने को मजबूर…

Gensol Engineering Share: बाजार में ढहा इस कंपनी का शेयर! 51 रुपये तक फिसला, लोग अब बेचने को मजबूर...

Gensol Engineering Share: बाजार में ढहा इस कंपनी का शेयर! 51 रुपये तक फिसला, लोग अब बेचने को मजबूर…

(Gensol Engineering Share, Image Credit: IBC24 News Customize)

Modified Date: June 11, 2025 / 01:07 pm IST
Published Date: June 11, 2025 1:07 pm IST
HIGHLIGHTS
  • छह महीनों में शेयर 778 रुपये से गिरकर 51.42 रुपये तक पहुंचा।
  • NCLT ने कंपनी, प्रमोटर्स और 34 संस्थाओं के बैंक अकाउंट्स सील किए।
  • ईवी सब्सिडियरी के नाम पर लिए गए कर्ज में गड़बड़ी का आरोप।

Gensol Engineering Share: जेनसोल इंजीनियरिंग के निवेशकों को एक और बड़ा झटका लगा है। बुधवार को भी कंपनी के शेयर में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी रहा और इसमें 2% की गिरावट देखी गई। दिन के कारोबार में शेयर 51.42 रुपये के इंट्रा-डे लो तक गिर गया। गौरतलब है कि कंपनी पिछले छह महीनों में गहरे संकट में फंसी हुई है, जिसके फलस्वरूप इसके शेयर 778 रुपये के शिखर से गिरावट के साथ करीब 94% टूट चुके हैं।

कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर उठे सवाल

जेनसोल के खिलाफ 2025 की शुरुआत से ही गंभीर वित्तीय अनियमितताओं की रिपोर्ट सामने आने लगी थी। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) की ओर से की गई शुरुआती जांच में कंपनी के शीर्ष प्रबंधन के खिलाफ गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के संकेत मिले। इसके बाद मंत्रालय ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) का रुख किया।

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एनसीएलटी का बड़ा एक्शन

NCLT ने कंपनी, उसके प्रमोटरों और उससे जुड़ी 34 अन्य संस्थाओं के सभी बैंक खातों और लॉकरों को तत्काल प्रभाव से फ्रीज करने का आदेश जारी किया। उन पर आरोप है कि कंपनी ने जानबूझकर फंड डायवर्जन, डॉक्टर्ड अकाउंट बुक्स और संपत्तियों की मल्टी-लेवल बिक्री योजना को सामान्य व्यापारिक गतिविधियों की तरह पेश किया।

फंड घोटाले की आशंका

जांचकर्ताओं को आशंका है कि कंपनी की इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सहायक इकाई के नाम पर लिए गए लगभग 975 करोड़ रुपये के ऋण का गबन किया गया है। इस मामले में अब SFIO, SEBI, RBI, आयकर विभाग और MCA समेत कई एजेंसियां एक साथ कार्रवाई में जुटी हैं।

संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया तेज

दिल्ली स्थित ऋण वसूली न्यायाधिकरण (DRT) ने कंपनी की अचल संपत्तियों, निर्माणाधीन परिसरों और ईवी वाहनों के बेड़े को भी अपने दायरे में ले लिया है। वहीं, NCLT ने कंपनी की सभी तरल परिसंपत्तियों को जब्त करने के निर्देश दिए हैं।

3 जून को फिर सुनवाई

वहीं, अब सबकी निगाहें 3 जून 2025 पर टिकी हुई है, जब यह मामला NCLT की नियमित पीठ में पेश होगा। तब तक हर प्रतिवादी को भारत और विदेश में स्थित अपनी चल, अचल, मूर्त और अमूर्त संपत्तियों की पूरी जानकारी अदालत को देनी होगी। इन परिसंपत्तियों को बेचने, गिरवी रखने या उपहार में देने का कोई भी प्रयास अदालत की अवमानना माना जाएगा।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।