(indigo share price, Image Credit:ANI News)
indigo share price: गुरुवार, 28 अगस्त को इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) के शेयरों में 4.5% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट राकेश गंगवाल द्वारा की गई ब्लॉक डील के बाद आई, जिसमें कंपनी की करीब 2.2% हिस्सेदारी बेची गई। वहीं, इस खबर के बाद बाजार में हलचल मच गई।
indigo share price: आज गुरुवार, 28 अगस्त को इंडिगो एयरलाइन की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। शेयर करीब 4.5% तक फिसलकर 5,755 रुपये पर आ गया। इस गिरावट की वजह एक ब्लॉक डील को माना जा रहा है, जिसके तहत राकेश गंगवाल परिवार ने कंपनी में अपनी 2.2% हिस्सेदारी बेच दी। इस डील की कुल वैल्यू करीब 5,135 करोड़ बताई गई है।
पहले आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगवाल परिवार 3.1% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहा था, जिसकी अनुमानित वैल्यू 7,020 करोड़ रुपये थी। इसके लिए शेयर का फ्लोर प्राइस 5,808 रुपये तय किया गया था, जो पिछले क्लोजिंग प्राइस से लगभग 4% कम था। फरवरी 2022 में राकेश गंगवाल ने एयरलाइन के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से परिवार लगातार हिस्सेदारी बेचकर कंपनी से बाहर निकलने की प्रक्रिया में है।
| पैरामीटर | विवरण |
| शेयर प्राइस | ₹5,785.00 (−₹265.00 / −4.38%) |
| ओपनिंग प्राइस | ₹5,875.00 |
| दिन का उच्च स्तर | ₹5,875.00 |
| दिन का न्यूनतम स्तर | ₹5,755.00 |
| मार्केट कैपिटलाइजेशन | ₹2.24 लाख करोड़ |
| P/E अनुपात | 33.41 |
| डिविडेंड यील्ड | 0.17% |
| 52-सप्ताह का उच्च स्तर | ₹6,232.50 |
| 52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर | ₹3,780.00 |
| तिमाही डिविडेंड राशि | ₹2.46 |
2022 से लेकर अब तक गंगवाल फैमिली इंटरग्लोब एविएशन में अपनी हिस्सेदारी बेचकर लगभग 45,300 करोड़ रुपये जुटा लिये है।
सितंबर 2022 में 2.74% हिस्सेदारी 2,005 करोड़ रुपये में बेची।
फरवरी 2023 में राकेश गंगवाल की पत्नी ने 4% हिस्सेदारी 2,944 करोड़ रुपये में बेची।
अगस्त 2023 में 2.9% हिस्सेदारी 2,800 करोड़ रुपये बेची गई।
अगस्त 2024 में 5.2% हिस्सेदारी बेचकर 9,549 करोड़ रुपये जुटाए।
मई 2025 में एक ब्लॉक डील से11,900 करोड़ रुपये जुटाए।
वहीं, आज की ब्लॉक डील के बाद अब गंगवाल परिवार की हिस्सेदारी घटकर 4.78% रह गई है, जिसकी वैल्यू लगभग 11,169 करोड़ रुपये है।
कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार, इंडिगो की क्षमता कटौती राइवल कंपनियों के मुकाबले थोड़ी तेज है, लेकिन यह मांग में कमजोरी होने का संकेत नहीं है। इस बार कंपनी का फोकस त्योहारी सीजिन में बेहतर यील्ड ग्रोथ पर है, न कि केवल क्षमता विस्तार पर है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।