IndusInd Bank Share: सेबी के एक्शन से निवेशकों की बल्ले-बल्ले, इंडसइंड बैंक के स्टॉक में भारी उछाल
IndusInd Bank Share: सेबी के एक्शन से निवेशकों की बल्ले-बल्ले, इंडसइंड बैंक के स्टॉक में भारी उछाल
(IndusInd Bank Share, Image Credit: Meta AI)
- सेबी की कार्रवाई के बाद इंडसइंड बैंक के शेयरों में 2% से ज्यादा की बढ़त।
- शेयरों ने 823.75 रुपये का इंट्रा-डे हाई छुआ।
- एक साल में शेयरों ने 1550 से गिरकर 606 तक का सफर तय किया।
IndusInd Bank Share: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की सख्त कार्रवाई का असर आज प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंक, इंडसइंड बैंक के शेयरों पर साफ देखने को मिला है। सेबी ने बैंक के पूर्व टॉप मैनेजमेंट के पांच अधिकारियों को सिक्योरिटीज मार्केट में ट्रेडिंग से प्रतिबंधित कर दिया है, जिसके चलते बैंक के शेयरों में आज बढ़ोतरी देखने को मिली है।
सेबी ने पांच लोगों पर की कार्रवाई
सेबी ने पूर्व एमडी और सीईओ सुमंत कठपालिया, पूर्व डिप्टी सीईओ अरुण खुराना, ट्रेजरी हेड सुशांत सोरव, ग्लोबल मार्केट्स हेड रोहन जथन्ना और कंज्यूमर बैंकिंग हेड अनिल मार्को राव पर प्रतिबंध लगाया है। ये सभी अधिकारी कथित तौर पर ऐसी गोपनीय जानकारी (Unpublished Price Sensitive Information – UPSI) के आधार पर ट्रेडिंग में शामिल थे, जो सार्वजनिक नहीं थी लेकिन शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती थी।

अधिकारियों पर क्या है आरोप?
सेबी की अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक, इन अधिकारियों को बैंक की डेरिवेटिव अकाउंटिंग से जुड़ी खामियों की जानकारी पहले से थी, लेकिन इस सूचना को सार्वजनिक किए बिना ट्रेडिंग की गई। यह डेटा 15 महीनों तक छिपाया गया, जो रेगुलेटरी नियमों का उल्लंघन है।
कार्रवाई के बाद शेयर में उछाल
कार्रवाई के बाद इंडसइंड बैंक के शेयरों में जोरदार उछाल देखा गया। बीएसई पर शेयर 823.75 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुंचे और फिलहाल यह 2.11% की तेजी के साथ 822.10 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। इस अवसर का कई निवेशकों ने फायदा भी उठाया। शेयरों की लंबी अवधि की बात करें तो, 19 जून 2024 को बैंक का स्टॉक 1550 रुपये पर था जो एक साल का उच्चतम स्तर था। हालांकि उसके बाद इसमें गिरावट आई और 12 मार्च 2025 को यह 606 रुपये पर आ गया, जो साल का सबसे निचला स्तर रहा। फिलहाल बाजार में फिर से इसमें सुधार दिख रहा है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

Facebook



