(Reliance Jio IPO, Image Credit: ANI News)
Reliance Jio IPO: मुकेश अंबानी अगले 2-3 सालों में भारतीय शेयर बाजार में तहलका मचाने की तैयारी में है। हाल ही में हुई रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आम बैठक (AGM) में उन्होंने घोषमा किया कि रिलायंस जियो का आईपीओ साल 2026 की पहली तिमाही में लाया जाएगा। अब नई रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस रिटेल को भी 2007 में सूचीबद्ध (लिस्टिंग) करने की योजना है। यानी रिलायंस ग्रुप अगले कुछ वर्षों में बैक-टू-बैक मेगा आईपीओ ला सकता है।
वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस रिटेल की संभावित वैल्यूएशन 200 अरब डॉलर तक हो सकती है। अगर यह वैल्यूएशन लिस्टिंग के समय बनी रहती है, तो यह भारत के कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी IPO लिस्टिंग्स में से एक हो सकती है। इस कदम से रिलायंस को भारी पूंजी जुटाने का अवसर मिलेगा और भारतीय शेयर मार्केट को वैश्विक निवेशकों का और अधिक ध्यान आकर्षित करने में काफी मदद मिलेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी FMCG यूनिट – रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को डिमर्ज कर दिया है, जो अब कंपनी की डायरेक्ट सब्सिडियरी बन गई है। इससे बिजनेस का ढांचा ज्यादा पारदर्शी और निवेशकों के लिए स्वतंत्र दिखाई देगा। साथ ही, रिलायंस रिटेल अपने कुछ अल्प-प्रदर्शन वाले स्टोर्स को बंद कर रही है, ताकि लाभप्रदता और मार्जिन को बेहतर बनाया जा सके।
देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो अगले साल की पहली छमाही में आईपीओ लाने की तैयारी में है, जिसे भारत का अब तक का सबसे बड़ा IPO माना जा रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वार्षिक आम बैठक में बताया कि जियो जून 2026 तक लिस्टिंग का लक्ष्य लेकर चल रही है। जानकारों के मुताबिक, यह इश्यू मौजूदा रिकॉर्ड को तोड़ सकता है। अभी तक भारत का सबसे बड़ा आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया का है, जिसने अक्टूबर 2024 में 27,870 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसके बाद LIC का 21,000 करोड़ रुपये, पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये, कोल इंडिया का 15,199 करोड़ रुपये, रिलायंस पावर का 11,563 करोड़ रुपये और GIC का 11,176 करोड़ रुपये का इश्यू आया था। लेकिन जियो का इश्यू सभी रिकॉर्ड को तोड़ सकता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।