Reliance Jio IPO: बिजनेस की दुनिया में हलचल! मुकेश अंबानी लाने जा रहे हैं इतिहास का सबसे बड़ा IPO

अगर जियो का यह मूल्यांकन तय होता है, तो यह भारत की शीर्ष 2-3 कंपनियों में शामिल हो जाएगी और भारती एयरटेल को पीछे छोड़ सकती है। वर्तमान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कुल बाजार मूल्य लगभग 20 ट्रिलियन रुपये है, जिससे यह देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है।

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  • Publish Date - November 9, 2025 / 09:31 AM IST,
    Updated On - November 9, 2025 / 12:29 PM IST

(Reliance Jio IPO, Image Credit: ANI News)

HIGHLIGHTS
  • जियो का आईपीओ भारत का सबसे बड़ा हो सकता है।
  • मूल्यांकन फाइनल होने पर जियो टॉप 2-3 कंपनियों में शामिल होगी।
  • मेटा और गूगल ने 2020 में जियो में निवेश किया था।

नई दिल्ली: Reliance Jio IPO: मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो अब शेयर बाजार में कदम रखने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, बैंकर्स के साथ मूल्यांकन पर चर्चा जारी है और जियो की वैल्यूएशन 130 से 170 अरब डॉलर (करीब 10.8 लाख करोड़ रुपये से 14 लाख करोड़ रुपये) के बीच तय हो सकती है। इस वार्ता को फिलहाल गोपनीय रखा गया है। अगर यह मूल्यांकन फाइनल होता है, तो जियो भारत की शीर्ष 2-3 कंपनियों में शामिल हो सकती है और भारती एयरटेल को पीछे छोड़ सकती है। वर्तमान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्य लगभग 20 ट्रिलियन रुपये है, जिससे यह देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है।

IPO 2026 की पहली छमाही में संभव

एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने पहले ही संकेत दिया था कि जियो का आईपीओ 2026 की पहली छमाही में लाया जा सकता है। 2019 से इसकी संभावना बताई जा रही थी, लेकिन अब कंपनी ने इस दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। 2020 में मेटा प्लेटफॉर्म और अल्फाबेट (गूगल) ने मिलकर जियो में लगभग 10 अरब डॉलर (83,000 करोड़ रुपये) का निवेश किया था।

2006 के बाद पहली बड़ी लिस्टिंग

यह आईपीओ रिलायंस इंडस्ट्रीज का 2006 के बाद पहला बड़ा लिस्टिंग होगा। इससे पहले कंपनी ने रिलायंस पेट्रोलियम लिमिटेड को सूचीबद्ध किया था। शुरुआती अनुमान थे कि जियो लगभग 6 अरब डॉलर जुटा सकती है, जो 2024 में हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ से अधिक है। हालांकि नई लिस्टिंग नियमावली के अनुसार, फंडिंग राशि कुछ कम हो सकती है।

जियो बनाम एयरटेल- ग्राहक और आय

सितंबर 2025 तक जियो के कुल 50.6 करोड़ ग्राहक थे, जबकि एयरटेल के पास लगभग 45 करोड़ सब्सक्राइबर थे। जियो का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 211.4 रुपये रहा, जबकि एयरटेल का 256 रुपये था। सूत्रों के अनुसार, आईपीओ की विस्तृत रूपरेखा पर अभी भी चर्चा जारी है और रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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जियो का आईपीओ कब हो सकता है?

जियो का आईपीओ 2026 की पहली छमाही में लाया जा सकता है।

जियो का अनुमानित मूल्यांकन कितना है?

इसका मूल्यांकन 130 अरब डॉलर से 170 अरब डॉलर (लगभग ₹10.8 से ₹14 लाख करोड़) के बीच हो सकता है।

आईपीओ से कितनी राशि जुट सकती है?

नई लिस्टिंग नीति के तहत, जियो लगभग 4.3 अरब डॉलर (करीब ₹36,000 करोड़) जुटा सकती है।

जियो कितने ग्राहकों के साथ एयरटेल से आगे है?

सितंबर 2025 तक जियो के 50.6 करोड़ ग्राहक थे, जबकि एयरटेल के पास 45 करोड़ ग्राहक हैं।