Sensex Target: सेंसेक्स के नए शिखर का राज! 1,07,000 अंक तक संभावित उछाल…और इस सेक्टर में मिलेगा निवेशकों को तगड़ा मुनाफा!

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 95,000 अंक तक पहुंच सकता है। यह मौजूदा स्तर के करीब 13% तक की बढ़त को दर्शाता है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए अभी अवसर बने हुए हैं।

Sensex Target: सेंसेक्स के नए शिखर का राज! 1,07,000 अंक तक संभावित उछाल…और इस सेक्टर में मिलेगा निवेशकों को तगड़ा मुनाफा!

(Sensex Target, Image Credit: ANI News)

Modified Date: November 18, 2025 / 05:32 pm IST
Published Date: November 18, 2025 5:14 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सेंसेक्स बेस केस: दिसंबर 2026 तक 95,000 अंक।
  • बुल केस: सेंसेक्स 1,07,000 तक जा सकता है।
  • 2026 का ट्रेंड: मैक्रो आधारित निवेश प्रमुख रहेगा।

Sensex Target: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारतीय शेयर बाजार के लिए बड़ा अनुमान जारी किया है। फर्म का कहना है कि सेंसेक्स दिसंबर 2026 तक 95,000 अंक तक पहुंच सकता है, जो वर्तमान स्तर से करीब 13% की बढ़त है। यह उनका बेस केस है, जिसकी पूरी होने की संभावना 50% बताई गई है।

1,07,000 तक जा सकता है सेंसेक्स

मॉर्गन स्टेनली का बुल केस बहुत अधिक आशावादी है। इसमें सेंसेक्स के 1,07,000 अंक तक पहुंचने की संभावना बताई गई है, जो मौजूदा स्तरों से लगभग 26% की तेजी दर्शाता है। फर्म के अनुसार भारत की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी मजबूत है, जिसमें सरकारी नीतियों और आर्थिक सुधारों का समर्थन है। इसके पूरा होने की संभावना 30% बताई गई है।

बेयर केस: सेंसेक्स 76,000 तक गिर सकता है

अगर वैश्विक जोखिम बढ़ते हैं तो मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि सेंसेक्स 76,000 अंक तक गिर सकता है। यह गिरावट ज्यादातर विदेशी जोखिमों के कारण हो सकती है, न कि भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था के कारण। इस स्थिति के पूरा होने की संभावना 20% बताई गई है।

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साल 2026 होगा मैक्रो ट्रेड का

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि 2025 में स्टॉक-स्पेसिफिक मूवमेंट देखने को मिली थी। लेकिन 2026 में बाजार मैक्रो ट्रेंड वाला साल होगा। इसका मतलब है कि बड़े सेक्टर और थीम आधारित निवेश में तेजी देखने को मिल सकती है।

मुख्य निवेश का थीम्स

कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी

मॉर्गन स्टेनली इस सेक्टर पर 300 बेसिस प्वॉइंट ओवरवेट है। शहरी मांग में रिकवरी और जीएसटी में कटौती से इस सेक्टर की वृद्धि को बल मिलेगा।

फाइनेंशियल्स

क्रेडिट ग्रोथ और कम क्रेडिट लागत फाइनेंशियल सेक्टर के लिए फायदेमंद हैं। हालांकि, नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर दबाव की संभावना बनी हुई है। फर्म ने इसे 200 बेसिस प्वॉइंट ओवरवेट किया है।

इंडस्ट्रियल्स

सरकारी कैपेक्स में मजबूती और प्राइवेट कैपेक्स की तेजी से यह सेक्टर मजबूत रहेगा। फर्म ने इसे भी 300 बेसिस प्वॉइंट ओवरवेट किया है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।