(Stock Market Today 29 October, Image Credit: IBC24 News Customize)
नई दिल्ली: Stock Market Today 29 October: भारतीय शेयर बाजार के लिए नवंबर सीरीज सकारात्मक संकेत के साथ शुरू होती दिख रही है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) के नेट शॉर्ट पोजिशन 1 लाख से नीचे आ गए हैं, जो बाजार में स्थिरता और भरोसे का संकेत है। गिफ्ट निफ्टी में हल्की तेजी देखने को मिली है, जिससे शुरुआती कारोबार में भारतीय बाजार के लिए बेहतर ओपनिंग की उम्मीद जताई जा रही है।
एशियाई बाजारों में आज मजबूती देखने को मिली है, जबकि अमेरिका के तीनों प्रमुख इंडेक्स – डॉव जोन्स, नैस्डैक और एसएंडपी 500 – फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले से पहले नए शिखर पर बंद हुए। इससे निवेशकों का सेंटिमेंट वैश्विक स्तर पर पॉजिटिव बना हुआ है। फेड की संभावित दर कटौती की उम्मीदों से डॉलर में कमजोरी दर्ज की गई है, वहीं ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में सीपीआई डेटा के बाद मजबूती देखने को मिली है।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट जारी रही। ब्रेंट क्रूड करीब 2% गिरकर 65 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गया। रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों से आपूर्ति को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है, जिसके चलते निवेशकों में सतर्कता बनी हुई है। यह गिरावट भारतीय बाजार के लिए बड़ी राहत की खबर हो सकती है, क्योंकि इससे आयात बिल और मुद्रास्फीति दोनों पर दबाव कम हो सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक्सपर्ट्स के अनुसार, निफ्टी फिलहाल 25,700-26,100 के दायरे में कंसोलिडेट कर रहा है। इस रेंज से ऊपर या नीचे ब्रेकआउट ही बाजार की अगली दिशा तय कर सकता है। फिलहाल ट्रेंड सकारात्मक है क्योंकि इंडेक्स अपने मुख्य मूविंग एवरेज के ऊपर बना हुआ है।
वहीं SBI Securities के विशेषज्ञों का कहना है कि 58,200-58,300 का जोन बैंक निफ्टी के लिए अहम रेजिस्टेंस रहेगा। अगर इस स्तर को पार करता है, तो इंडेक्स में तेजी 58,800 तक जारी रह सकती है।
कल मंगलवार को निफ्टी उतार-चढ़ाव के बीच मामूली गिरावट के साथ 25,936 पर बंद हुआ। हालांकि, इंट्राडे में यह अपने लो लेवल से 140 अंकों से अधिक उछल गया था। मौजूदा संकेतों को देखते हुए, आज बाजार की शुरुआत फ्लैट से हल्की तेजी के साथ हो सकती है, जबकि संपूर्ण रूप से सेंटीमेंट सकारात्मक नजर आ रहा है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।