Stock Market Today: गिफ्ट निफ्टी के संकेतों से निवेशक संभलें! आज भारतीय शेयर बाजार की ओपनिंग हो सकती है फ्लैट

आज भारतीय बाजारों के लिए कमजोर संकेत मिल रहे हैं। गिफ्ट निफ्टी में हल्की गिरावट दिखी है, एशियाई बाजार भी नरम हैं। एफआईआई ने कैश और वायदा दोनों में बिकवाली की, जबकि अमेरिकी बाजार कल मिश्रित रहे और डाओ जोंस 200 अंकों से ज्यादा फिसला।

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  • Publish Date - November 4, 2025 / 09:05 AM IST,
    Updated On - November 4, 2025 / 09:12 AM IST

(Stock Market Today/Image Credit: IBC24 News Customize)

HIGHLIGHTS
  • गिफ्ट निफ्टी कमजोर, बाजार की सुस्त शुरुआत के संकेत।
  • FIIs की बिकवाली से बाजार पर दबाव।
  • डॉलर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर स्थिर।

नई दिल्ली: Stock Market Today: आज भारतीय शेयर बाजारों की शुरुआत कमजोर रह सकती है। गिफ्ट निफ्टी में हल्की गिरावट देखने को मिली है, जबकि एशियाई बाजार भी दबाव में कारोबार कर रहे हैं। इस बीच विदेशी निवेशक ने कैश और वायदा दोनों सेगमेंट में बिकवाली जारी रखी है। सोमवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए – डाओ जोंस 200 अंक से ज्यादा फिसले, लेकिन S&P 500 और नैस्डैक में मामूली तेजी दर्ज की गई।

डॉलर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर स्थिर

Stock Market Today: मंगलवार को डॉलर तीन महीने के ऊपरी स्तर के करीब स्थिर रहा। फेडरल रिजर्व के भीतर ब्याज दरों पर विभाजित रुख के चलते निवेशकों ने रेट कट की उम्मीदों पर फिलहाल लगाम लगाई है। ऑस्ट्रेलिया के सेंट्रल बैंक की नीति बैठक से पहले बाजार सतर्क है, जहां दरों में बदलाव की संभावना बेहद कम मानी जा रही है। एशियाई सत्र के शुरुआती कारोबार में जापानी येन 154.38 डॉलर पर कमजोर दिखा, जिससे टोक्यो में संभावित हस्तक्षेप की अटकलें बढ़ गईं। डॉलर इंडेक्स, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की ताकत मापता है, 0.1% बढ़कर 99.99 पर पहुंचा – जो तीन महीने का हाई लेवल है।

अमेरिकी बाजारों में मिश्रित रुझान

सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में मिश्रित रुझान देखने को मिला। एसएंडपी 500 और नैस्डैक कंपोजिट हल्की बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि डाओ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज में 226 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी कंपनियों में खरीदारी का रुझान देखने को मिला, जिससे नैस्डैक को सपोर्ट मिला। वहीं, आधिकारिक आर्थिक आंकड़ों की कमी के कारण फेड की मौद्रिक नीति पर अनिश्चितता बनी रही। डाओ जोंस 226.19 अंक या 0.48% टूटकर 47,336.68 पर, एसएंडपी 500 11.77 अंक या 0.17% चढ़कर 6,851.97 पर और नैस्डैक कंपोजिट: 109.77 अंक या 0.46% बढ़कर 23,834.72 पर आ गया।

तेल की कीमतों में स्थिरता

Stock Market Today: तेल बाजारों में मंगलवार को सीमित उतार-चढ़ाव रहा। निवेशक ओपेक+ के ताजा फैसले – पहली तिमाही में उत्पादन बढ़ोतरी को रोकने का आंकलन कर रहे हैं। हालांकि, वैश्विक आपूर्ति बढ़ने की आशंका अब भी बाजार पर दबाव बने हुए हैं। ब्रेंट क्रूड 9 सेंट या 0.1% घटकर 64.80 डॉलर प्रति बैरल और WTI क्रूड 10 सेंट या 0.2% घटकर 60.95 डॉलर प्रति बैरल हो गया है।

भारती एयरटेल के नतीजे उम्मीद से बेहतर

भारती एयरटेल ने दूसरी तिमाही (Q2) में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 14% बढ़ा, जबकि राजस्व में 5% की बढ़त दर्ज की गई। मार्जिन में हल्का सुधार हुआ है और एआरपीयू (Average Revenue Per User) 250 रुपये से बढ़कर 256 रुपये हो गया। कंपनी के बोर्ड ने इंडस टावर में 5% तक हिस्सेदारी बढ़ाने की मंजूरी दी है। वहीं, भारती हेक्साकॉम का भी प्रॉफिट और मार्जिन दोनों बढ़े हैं।

आज के लिए संकेत

कुल मिलाकर वैश्विक स्तर पर निवेशकों का रुख फिलहाल सतर्क है। डॉलर की मजबूती, एशियाई बाजारों की नरमी और एफआईआई की बिकवाली से आज भारतीय बाजारों की शुरुआत कमजोर या फ्लैट रह सकती है। हालांकि, भारती एयरटेल जैसे मजबूत तिमाही नतीजे घरेलू सेंटीमेंट को कुछ हद तक सपोर्ट कर सकते हैं।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

इन्हें भी पढ़ें:

आज भारतीय बाजारों के लिए संकेत कैसे हैं?

आज संकेत कमजोर हैं; गिफ्ट निफ्टी और एशियाई बाजार दोनों दबाव में हैं।

एफआईआई का रुख क्या रहा?

विदेशी निवेशकों ने कैश और फ्यूचर्स सेगमेंट दोनों में बिकवाली की, जिससे बाजार पर नकारात्मक असर दिखा।

अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन कैसा रहा?

सोमवार को डाओ जोंस 200 अंक से ज्यादा गिरा, जबकि S&P 500 और नैस्डैक हल्की बढ़त के साथ बंद हुए।

डॉलर और तेल की कीमतों में क्या रुझान दिखा?

डॉलर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर स्थिर रहा, जबकि तेल की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई।