RVNL Share Price: रेल मंत्रालय की इस घोषणा ने निवेशकों की उम्मीदों पर डाल दी जान, 5% तक चढ़े रेलवे स्टॉक्स, खुशी से झूम उठे लोग!

RVNL Share Price: भारतीय रेलवे ने 26 दिसंबर से किराया बढ़ाने की घोषणा की, जिससे रेलवे के शेयरों में 1-5% की बढ़ोतरी देखने को मिली। वहीं, इस बदलावों का मकसद ऑपरेशनल लागत को संतुलित करना और यात्रियों पर असर को कम करना है, जिससे इस वित्तीय वर्ष में 600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।

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  • Publish Date - December 22, 2025 / 03:16 PM IST,
    Updated On - December 22, 2025 / 04:01 PM IST

(RVNL Share Price / Image Credit: IBC24 News)

HIGHLIGHTS
  • रेलटेल, RVNL, IRCON, IRFC और IRCTC में 1% से 5% तक उछाल
  • किराया युक्तिकरण से वित्तीय स्थिरता मजबूत होने की उम्मीद
  • यात्री परिवहन पर रेलवे को अभी भी करीब 45% नुकसान

RVNL Share Price: सप्ताह के पहले दिन यानी आज सोमवार 22 दिसंबर को कारोबारी सत्र के दौरान रेलवे के शेयरों में फिर जोरदार खरीदारी देखने को मिली, जिसमें रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, रेल विकास निगम, इरकॉन इंटरनेशनल, IRFC और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन के शेयरों में 1% से 5% की उछाल दर्ज की गई। यह उछाल रविवार को भारतीय रेलवे द्वारा यात्री किराए के युक्तिकरण की घोषणा के बाद आया है, जिसमें 26 दिसंबर से एक संशोधित किराया लागू होगी, जिसका मकसद बढ़ती ऑपरेशनल लागत को संतुलित करना और यात्रियों पर असर को कम करना है।

RVNL Share Price: किराया बढ़ोतरी की घोषणा

भारतीय रेलवे ने यात्री किराए में बढ़ोतरी की घोषणा की है, जिसमें साधारण श्रेणी में 215 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए किराए में प्रति किलोमीटर एक पैसे की बढ़ोतरी की जाएगी। मेल और एक्सप्रेस नॉन-AC श्रेणियो में , किराय बढ़ोतरी 2 पैसे प्रति किलोमीटर तय की गई है, जबकि AC श्रेणियों में भी 2 पैसे प्रति किलोमीटर की समान बढ़ोतरी होगी। रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इस बढ़ोतरी का यात्रियों पर सीमित वित्तीय प्रभाव पड़ेगा। उदाहरण के तौर पर संशोधित संरचना के तहत 500 किलोमीटर की नॉन-एसी यात्रा पर सिर्फ 10 रुपये एक्स्ट्रा लगेगा।

अतिरिक्त राजस्व और वित्तीय स्थिरता

वहीं, उम्मीद जताया जा रहा है कि इस युक्तिकरण से इस वित्तीय वर्ष की बाकी अवधि में 600 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा। रेलवे ने आखिरी बार 1 जुलाई 2025 को किराया बढ़ाया था, जिसमें साधारण सेकंड, स्लीपर (नॉन-एसी) और फर्स्ट क्लास यात्रा के किराए में प्रति किलोमीटर आधा पैसा बढ़ाया गया था। यह कोविड महामारी के बाद पहली बढ़ोतरी थी, जब जनवरी 2020 में ट्रांसपोर्टर ने नॉन-एसी के लिए प्रति किलोमीटर 2 पैसे और एसी चेयर कार और एसी-3 टियर श्रेणियों के लिए प्रति किलोमीटर 4 पैसे किराया बढ़ाया था।

शेयर प्राइस और फाइनेंशियल डिटेल्स (22 दिसंबर, 2025)

पैरामीटर डिटेल्स
वर्तमान कीमत ₹332.40
आज का बदलाव +₹13.25 (+4.15%)
पिछला क्लोज (1:40 PM) ₹331.70
ओपन प्राइस ₹320.05
आज का हाई ₹335.50
आज का लो ₹319.10
मार्केट कैप ₹69.31 हजार करोड़
P/E रेशियो 61.01
52-वीक हाई ₹501.80
52-वीक लो ₹301.20
डिविडेंड यील्ड 0.52%
तिमाही डिविडेंड राशि ₹0.43

RVNL Share Price: रेलवे की वित्तीय स्थिति

भारतीय रेलवे सभी श्रेणियों में यात्री परिवहन पर नुकसान उठाता है, जिसमें किराया लागत से लगभग 45% कम है। माल ढुलाई शुल्क यात्री किराए को क्रॉस-सब्सिडी देते हैं। रेल मंत्रालय के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष में दूसरी किराया युक्तिकरण से टैरिफ संरचनाओं को सुव्यवस्थित किया जाएगा और यात्री सेवाओं की वित्तीय स्थिरता बढ़ेगी।

भविष्य की संभावना

किराया रेशनलाइजेशन से रेलवे ने अपने ऑपरेटिंग रेशियो को बेहतर बनाने में मदद मिलने की उम्मीद है, जो मौजूदा फाइनेंशिलय ईयर के लिए 98.43% रहने का अनुमान है। ऑपरेटिंग रेशियो काम के खर्चों जैसे फ्यूल तथा सैलरी और ट्रैफिक से होने वाली कमाई का अनुपात होता है और इसका इस्तेमाल ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी की ऑपरेशनल एफिशियएंसी को मापने के लिए किया जाता है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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रेलवे के शेयरों में तेजी क्यों आई?

यात्री किराए के युक्तिकरण (Fare Rationalisation) की घोषणा के बाद रेलवे कंपनियों की कमाई बढ़ने की उम्मीद से शेयरों में खरीदारी बढ़ी।

नया किराया कब से लागू होगा?

संशोधित यात्री किराया 26 दिसंबर से लागू होगा।

साधारण और मेल/एक्सप्रेस ट्रेन में कितना किराया बढ़ेगा?

साधारण श्रेणी (215 किमी से ज्यादा): 1 पैसा प्रति किमी, मेल/एक्सप्रेस नॉन-AC: 2 पैसे प्रति किमी, AC श्रेणियाँ: 2 पैसे प्रति किमी

यात्रियों पर इसका कितना असर पड़ेगा?

असर सीमित होगा। उदाहरण के तौर पर 500 किमी नॉन-AC यात्रा पर सिर्फ 10 रुपये ज्यादा देने होंगे।