(Waaree Energies Share, Image Credit: IBC24 News Customize)
Waaree Energies Share: गुरुवार को वारी एनर्जीज के शेयर में जबरदस्त तेजी देखी गई है और यह एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बीते छह महीनों में इसने 52 सप्ताह के लो और हाई दोनों को छुआ है। इस दौरान जिन्होंने शेयर होल्ड किया उनका निवेश दोगुना हो गया है, जिससे निवेशकों में खुशी की लहर है।
Waaree Energies Share: गुरुवार, 11 सितंबर को एनर्जी कंपनी- वारी एनर्जीज के शेयर में तूफानी उछाल देखने को मिली है और यह एक साल के हाई लेवल पर पहुंच गया। बीएसई पर सप्ताह के चौथे दिन वारी एनर्जीज के उछलकर 3,777.00 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। यह शेयर के 52 सप्ताह का उच्च स्तर भी है। इसके साथ ही यह शेयर अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 1,863.00 से दोगुना हो चुका है। शेयर के 52 हफ्ते का लो अप्रैल महीने में था। इसका मतलब यह है कि केवल छह महीने तक होल्ड रखने वाले निवेशकों का पैसा डबल हो गया। बता दें कि वारी एनर्जीज के शेयर गुरुवार को लगातार तीसरे कारोबारी दिन तेजी के साथ कारोबार कर रहा था।
भारत की सबसे बड़ी सोलर पीवी (फोटोवोल्टिक) मॉड्यूल निर्माता कंपनी वारी एनर्जीज ने 28 अक्टूबर 2024 को शेयर बाजार में प्रवेश किया था। कंपनी का आईपीओ प्राइस 1503 रुपये प्रति शेयर था। फिलहाल यह शेयर अपने इश्यू प्राइस से 140% ऊपर कारोबार कर रहा है, जिसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है।
वारी एनर्जीज ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) में जबरदस्त प्रदर्शन किया। कंपनी ने 2.3 गीगावाट मॉड्यूल उत्पादन कर अब तक का सबसे ऊंचा तिमाही उत्पादन हासिल किया है। राजस्व भी बढ़कर 4597 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो साल-दर-साल आधार पर 31.48% की बढ़त को दर्शाता है। एबिटा में कंपनी ने जबरदस्त 82.61% की ग्रोथ के साथ 1168 करोड़ रुपये अर्जित किया। मार्जिन भी बढ़कर 25.42% हो गया है, जो पिछले वर्ष की 18.3% की तुलना में अच्छी सुधार है। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 92.68% बढ़कर 772 करोड़ रुपये रहा।
वारी एनर्जीज की ऑर्डर बुक लगभग 49,000 करोड़ रुपये की है, जिसमें घरेलू, निर्यात और फ्रैंचाइजी ऑर्डर शामिल हैं। यह कंपनी की मजबूत बाजार और भविष्य में तेज विकास की संभावनाओं को दर्शाता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।