धमतरी। धमतरी के गंगरेल में 14 सितंबर पर्यटन के लिये ऐतिहासिक दिन बन गया. यहां देश के दूसरे और राज्य के पहले ट्राईबल टूरिज्म सर्किट का लोकार्पण.केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के जे एल्फांज के हाथो लोकार्पण किया गया.
ये भी पढ़ें –भूटान जाने का है मन तो ध्यान रखें वहां के नियम
ज्ञात हो कि धमतरी का गंगरेल बांध पर्यटको के लिए हमेशा से पहली पसंद रहा है। लेकिन अब तक यहां बांध के पानी और बाग बगीचो के अलावा कुछ भी आकर्षण का केंद्र नहीं था लेकिन अब जब आप गंगरेल आएंगे तो आपको किसी बड़े पर्यटन स्थल जैसा न सिर्फ नजारा मिलेगा बल्कि सुविधाए और मनोरंजन के साधन भी नेशनल लेवल के मिलेंगे। मसलन यहां सौ फीसदी लकड़ी से बने सर्व सुविधा युक्त काटेज की श्रृंखला आला दर्जे का रेस्टोरेंट जिसमें हर जगह फोक कल्चर को उभारती कलाकृतिया दिखाई देंगी।
ये भी पढ़ें –भारत के पर्यटन स्थल जो प्रसिद्ध हैं हॉट बैलून राइड के लिए
काटेज के सामने बांध का पानी और टापू. लेक व्यू का लुत्फ देते है और जो लोग वाटर एडवेंचर और बोटिंग का शौक रखते है। उनके लिये यहां कई विकल्प है। जैसे वाटर स्पोर्ट बाईक पैडल बोट 100 सीटर का क्रूज बोट बेशक ये सब कुछ पर्यटको को बेहद लुभाएगा और राज्य में पर्यटन के इतिहास में नया अध्याय जोड़ेगा। आपको बता दें कि ये केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के स्वदेश दर्शन योजना का हिस्सा है.इसकी शुरूआत मणिपुर राज्य से की गई है और धमतरी का सर्किट देश का दूसरा ऐसा सर्किट है.जहा गंगरेल सहित राज्य के 12 पर्यटन स्थल इस सर्किट में रखे गए है. जिसमें मैनपाट जशपुर..कुनकुरी..कमलेश्वरपुर .. महेशपुर,कुरधर,सरोधा दादर,कोडागाव, नथिया नवागांव जगदलपुर चित्रकोट, तीरथगढ़.शामिल है। केंद्रिय मंत्री ने गंगरेल की खूबसूरती की तुलना स्वर्ग से करते हुए कहा कि ये आम जनता के लिये है। इसे चैबीसो घंटे खुला रखा जायेगा।
वेब डेस्क IBC24