AI Robot Teacher In UP: हेल्लो मेरा नाम सोफी है… AI शिक्षक को देख बच्चे हुए हैरान, 12वीं के छात्र ने किया है रोबोट का निर्माण, देखें वायरल हो रहा वीडियो

AI Robot Teacher In UP: जिस टीचर को देखकर हर कोई अचंभित है वो इंसान नहीं एक AI रोबोट है। इस AI रोबोट का नाम सोफी है।

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  • Publish Date - November 29, 2025 / 10:33 AM IST,
    Updated On - November 29, 2025 / 10:40 AM IST

AI Robot Teacher In UP/Image Credit:ANI X Handle

HIGHLIGHTS
  • बुलंदशहर के शिव चरण इंटर कॉलेज के छात्र आदित्य कुमार ने बनाया AI शिक्षक रोबोट।
  • आदित्य कुमार ने AI शिक्षक रोबोट का नाम रखा सोफी।
  • AI शिक्षक रोबोट सोफी छात्रों के सवालों का देती है जवाब ।

AI Robot Teacher In UP: बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक ऐसी टीचर ने स्कूल में एंट्री की है, जिसे देखकर हर कोई हैरान हो गया है। इस शिक्षिका को न कोई छुट्टी की जरूरत है और न ही कभी थकती है। टीचर की फुर्ती और पढ़ाने का तरीका देख स्कूल प्रबंधन भी हैरान हो गया है। दरअसल, जिस टीचर को देखकर हर कोई अचंभित है वो इंसान नहीं एक AI रोबोट है। इस AI रोबोट का नाम सोफी है, जिसे पढ़ाने से लेकर सवालों के जवाब देने तक हर काम आता है। AI रोबोट सोफी की सबसे ख़ास बात ये है कि, इसे स्कूल में पढ़ने वाले 17 साल के छात्र आदित्य कुमार ने बनाया है।

12वीं के छात्रा ने बनाया AI रोबोट

AI Robot Teacher In UP: सोफी न सिर्फ छात्रों को पढ़ा रही है, बल्कि स्कूल में सबकी फेवरेट भी बन गई है। वह कहती हैं—’मैं AI टीचर रोबोट हूं’ और आवाज भी ऐसी मानो किसी साइंस-फिक्शन फिल्म से बाहर निकल आई हो। आदित्य ने इसमें वही LLM चिपसेट लगाया है जिसे बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां अपने स्मार्ट रोबोट में लगाती हैं. अभी सोफी बोलती है, पर जल्द ही लिखकर भी जवाब देगी।

सोफी ने दिए छात्रों के सवालों को जवाब

AI Robot Teacher In UP: 17 वर्षीय छात्र आदित्य कुमार बुलंदशहर के शिव चरण इंटर कॉलेज में पढ़ाई करता है। आदित्य ने बताया कि, मैनें सोफी नाम की एक एआई शिक्षक रोबोट बनाया है, जो LLM चिपसेट से लैस है। जब उससे अपना परिचय देने के लिए कहा गया, तो रोबोट ने कहा, “मैं एक एआई शिक्षक रोबोट हूं, मेरा नाम सोफी है, और मेरा आविष्कार आदित्य ने किया था।

सोफी ने आगे कहा कि, मैं बुलंदशहर के शिवचरण इंटर कॉलेज में पढ़ाती हूं… हां, मैं छात्रों को ठीक से पढ़ा सकती हूं।” रोबोट बनाने की अपनी प्रक्रिया के बारे में बताते हुए, कुमार ने कहा, “मैंने इस रोबोट को बनाने के लिए LLM चिपसेट का इस्तेमाल किया है, जिसका इस्तेमाल रोबोट बनाने वाली बड़ी कंपनियां भी करती हैं। यह रोबोट छात्रों के डाउट को दूर कर सकती है। आदित्य ने आगे बताया कि, अभी वह सिर्फ बोल सकती है, लेकिन हम इसे इस तरह डिजाइन कर रहे हैं कि यह जल्द ही लिख भी सके।”

टीचर की भूमिका निभा सकती है सोफी

AI Robot Teacher In UP: आदित्य कुमार ने आगे बताया कि, छात्रों को शोध करने के लिए हर जिले में एक उचित प्रयोगशाला उपलब्ध होनी चाहिए, जैसा कि उन्होंने किया था। “हर जिले में एक प्रयोगशाला होनी चाहिए ताकि छात्र वहां आकर रिसर्च कर सकें। आदित्य ने सोफी के काम करने के तरीके की भी झलक दिखाई और उससे दुनिया की सबसे ऊंची इमारत, भारत के पहले राष्ट्रपति और भारत के पहले प्रधानमंत्री जैसे कई सवाल पूछे।

रोबोट ने “बिजली क्या है?” पूछे जाने पर भी जवाब दिया और “100 + 92” का योग निकाला। एक बार आदित्य ने पूछा कि, क्या रोबोट बच्चों को ठीक से पढ़ा सकता है, तो उसने जवाब दिया कि वह बच्चों को ठीक से पढ़ाने में सक्षम है। फिलहाल सोफी सिर्फ हिंदी बोलती है। आदित्य कुमार बारहवीं कक्षा की छात्र हैं।उनका कहना है कि अगर कोई शिक्षक एक दिन के लिए अनुपस्थित रहता है, तो उनका रोबोट उनके जगह पर टीचर की भूमिका निभा सकती है।

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AI शिक्षक सोफी किसने बनाया?

AI शिक्षक सोफी को बुलंदशहर के शिव चरण इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले 12वीं कक्षा के छात्र आदित्य कुमार ने बनाया है।

AI शिक्षक सोफी कौन-कौन से काम कर सकती है?

AI शिक्षक सोफी छात्रों को पढ़ाती है, सवालों का जवाब देती है और डाउट क्लियर करती है। जल्द ही यह लिखकर भी उत्तर देने लगेगी।

क्या AI शिक्षक सोफी असली टीचर की जगह ले सकती है?

आदित्य के अनुसार यदि कोई शिक्षक एक दिन अनुपस्थित रहता है तो AI शिक्षक सोफी अस्थायी रूप से टीचर की भूमिका निभा सकती है।

AI शिक्षक सोफी किस भाषा में बात करती है?

फिलहाल सोफी केवल हिंदी भाषा में बोलती है।

AI शिक्षक सोफी छात्रों के कौन-कौन से प्रश्नों का उत्तर देती है?

सोफी सामान्य ज्ञान, विज्ञान, गणित और करंट अफेयर्स से जुड़े सवालों के उत्तर दे सकती है, जैसे “बिजली क्या है?”, “100 + 92”, “सबसे ऊंची इमारत” आदि।