बरेली हिंसा के आरोपी मौलाना तौकीर पर एक और मामला दर्ज

बरेली हिंसा के आरोपी मौलाना तौकीर पर एक और मामला दर्ज

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  • Publish Date - December 14, 2025 / 11:23 AM IST,
    Updated On - December 14, 2025 / 11:23 AM IST

बरेली (उप्र), 14 दिसंबर (भाषा) बरेली में जमीन विवाद के मामले में 26 सितंबर में हुई हिंसा के आरोप में जेल में बंद इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा पर एक और मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

बरेली के इज्जत नगर थाने में शनिवार को दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि मौलाना तौकीर रजा, उनके बहनोई मोहसिन रजा तथा आठ अन्य आरोपियों ने 95 वर्षीय बुजुर्ग मुकद्दर बेग की जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की। विरोध करने पर आरोपियों ने पिछली सात दिसंबर को घर में घुसकर परिवार को धमकाया और महिलाओं से छेड़छाड़ की। इसके बाद परिवार का लगातार मानसिक उत्पीड़न किया गया।

पुलिस सूत्रों ने दर्ज रिपोर्ट के हवाले से बताया कि आरोपियों की प्रताड़ना से परेशान होकर मुकद्दर बेग के बेटे शाकिर बेग ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि इज्जतनगर थाने में शाकिर बेग की बेटी लायबा की शिकायत पर शनिवार को मौलाना तौकीर रजा, उनके बहनोई मोहसिन रजा और गुर्गों शारिक बेग, तौफीक बेग, शाहिद बेग, शाविर, सादिक, इकराम बेग, इरफान बेग और विक्की नामक अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) (धोखाधड़ी), 333 (हमला करना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 351(3) (आपराधिक धमकी), 75 (यौन उत्पीड़न) और 61 (2) (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार के बयान दर्ज किये जा रहे हैं। सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जो भी आरोपी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल में भर्ती शाकिर बेग ने बताया कि उसके पिता मुकद्दर बेग काफी बुजुर्ग हैं और लंबे समय से बीमार हैं। उनकी इसी स्थिति का फायदा उठाकर मौलाना तौकीर रजा और उनके बहनोई मोहसिन रजा ने साजिश रची।

बेग ने बताया कि रिश्ते में उनके भाई शारिक बेग, तौफीक बेग, शाहिद बेग, शाकिर बेग और सादिक बेग ने मिलकर तौकीर के इशारे पर जमीन जबरन अपने नाम कराने का दबाव बनाया।

शाकिर ने बताया कि कि जमीन हड़पने के लिए आरोपियों ने पीड़ित परिवार को डराया और जान से मारने की गंभीर धमकियां दीं। आखिरकार इस अत्याचार से तंग आकर 11 दिसंबर को उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया।

भाषा सं सलीम शोभना सुरभि

सुरभि