Reported By: Apurva Pathak
,Ram Temple VIP Access for Foreigners । Photo Credit: IBC24 File Image
Ayodhya Ram Mandir News: अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान रामलला का मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। कहा जा रहा है कि, 2025 तक पूर्ण रूप से मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद लगातार दिन-रात राम मंदिर बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट लगातार प्रयासरत रहा। ऐसे में अब राम मंदिर 2025 के अंत तक पूर्ण रूप से तैयार कर लिया जाएगा। यही नहीं अगर राम भक्तों को अपने आराध्य के साथ सप्तऋषियों और अन्य देवी देवताओं की भी दर्शन हो जाएंगे।
श्री राम जन्मभूमि परिसर में बनेंगे 18 अन्य मंदिर
बता दें कि, आस्था के केंद्र यानि अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर के इर्द गिर्द ही सप्त ऋषियों के मंदिर होंगे। यही नहीं भगवान सूर्य हो, शंकर जी या फिर हनुमान जी सबके दर्शन आपको इसी परिसर में हो जाएंगे। इनके मंदिरों का निर्माण ही तेजी से हो रहा है और यह राम भक्तों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र भी होगा। श्री रामजन्मभूमि मंदिर इस वर्ष यानि 2025 के अंत तक अयोध्या में पूरी तरह निर्माण के बाद सबसे खास तो दिखाई देगा ही, लेकिन इसकी खूबसूरती और भव्यता में चार चांद लगाएंगे इर्द गिर्द बने 18 अन्य मंदिर। इसमें सबसे आकर्षक होंगे सप्त मंडपम यानि सप्तऋषियों के मंदिर।
आकर्षक होगा सप्तऋषियों का मंदिर
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के दक्षिण दिशा में महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, अहिल्या देवी और निषाद राज के मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है, जो लगभग 70 फीसदी पूरा हो चुका है। यह सभी मंदिर पास पास ही निर्मित किए जा रहे हैं, जिससे श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालु सुगमता से इन सभी मंदिरों तक पहुंच सके। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं के लिए दक्षिण और पश्चिम दिशा के बीच निर्मित हो रहा भगवान लक्ष्मण का शेषावतार का मंदिर भी श्रद्धा का केंद्र होने वाला है।
दिसंबर 2025 में होगा बड़ा महोत्सव
इसी परिसर में आपको भगवान सूर् , भगवान महादेव, देवी दुर्गा और हनुमान जी के मंदिर भी आपको दिखाई देंगे। इन सभी मंदिरों के लिए जयपुर में मूर्तियों का निर्माण कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। जनवरी में मंदिर ट्रस्ट की जुड़े लोग जयपुर जाकर इनका निरीक्षण करेंगे और इसके बाद मूर्तियों का विधिविधान के साथ स्थापना का कार्य शुरू होगा, जो जून माह तक तक पूर्ण हो जाएगा। दिसंबर 2025 तक पूरा श्री राम जन्मभूमि परिसर श्री राम की संपूर्ण स्मृतियों के परिसर में तब्दील हो जाएगा और भारत ही नहीं दुनिया के सबसे बड़े आस्था केंद्र में तब्दील हो जाएगा। इस सबके साथ ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की तरह का बड़ा महोत्सव एक बार फिर दिखाई देगा ।