Diwali 2025: रामनगरी अयोध्या में ऐतिहासिक दीपोत्सव की अंतिम तैयारी, 26 लाख दीपों से सजेगा त्रेता युग का दृश्य, वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने को तैयार अयोध्या

अयोध्या, भगवान श्रीराम की नगरी, एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है। इस बार का दीपोत्सव 2025 ना केवल भव्यता का प्रतीक होगा, बल्कि एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का गवाह भी बनेगा। राम की पैड़ी से लेकर लक्ष्मण घाट तक, 52 घाटों पर दीपों की ऐसी अलौकिक सजावट होगी, जो देखने वालों को सीधे त्रेता युग की अनुभूति कराएगी।

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  • Publish Date - October 16, 2025 / 12:15 PM IST,
    Updated On - October 16, 2025 / 12:15 PM IST

Diwali 2025/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • दीपोत्सव को लेकर घाटों पर आज से बिछाए जाएंगे दीये
  • लगभग 32 हजार वॉलिंटियर्स आज से शुरू करेंगे कार्य
  • 26 लाख 11 हजार 101 दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य

Diwali 2025: अयोध्या, भगवान श्रीराम की नगरी, एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है। इस बार का दीपोत्सव 2025 ना केवल भव्यता का प्रतीक होगा, बल्कि एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का गवाह भी बनेगा। राम की पैड़ी से लेकर लक्ष्मण घाट तक, 52 घाटों पर दीपों की ऐसी अलौकिक सजावट होगी, जो देखने वालों को सीधे त्रेता युग की अनुभूति कराएगी।

आज से दीपों की बिछाई शुरू

Diwali 2025: आज से राम की पैड़ी के घाटों पर दीपों की बिछाई शुरू हो गई है, जिसमें 32 हजार से अधिक वालंटियर अपनी सेवा दे रहे हैं। अवध विश्वविद्यालय के 35,000 छात्र-छात्राएं एक जैसी ड्रेस में, समर्पण भाव से घाटों पर दीप सजाने में जुटे हैं। दीपोत्सव स्थल पूरी तरह सज चुका है और अब अंतिम टच का काम चल रहा है।

26 लाख से ज्यादा दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य

Diwali 2025: इस साल का लक्ष्य है 26 लाख 11 हजार 101 दीप प्रज्वलित करने का, जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड होगा। अब तक 28 लाख से अधिक दीपक अयोध्या पहुंच चुके हैं, और 3 लाख से ज्यादा दीप पहले ही घाटों तक पहुंचाए जा चुके हैं। दीपों को सजाने का कार्य मानक और निर्धारित डिजाइन के अनुसार किया जा रहा है, जिससे पूरा आयोजन व्यवस्थित और आकर्षक दिखे।

लक्ष्मण घाट पर विशेष सजावट की जा रही है, जहां 1 लाख से अधिक दीपक एक साथ जलाए जाएंगे। हर घाट को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है ताकि जब दीप जलें, तो पूरी राम की पैड़ी एक जलते हुए स्वर्णिम महल जैसी प्रतीत हो।

यह है खास बात

इस बार की खास बात ये है कि राम की पैड़ी की जलधारा में त्रेता युग का दृश्य फिर से जीवंत किया जाएगा। जिस तरह त्रेता युग में भगवान राम के लौटने पर अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था, ठीक उसी दृश्य को आधुनिक अयोध्या फिर से दोहराएगी। पूरी दुनिया की निगाहें इस दिव्य क्षण पर टिकी रहेंगी।

SP सिटी ने साफ निर्देश दिए हैं कि दीप प्रज्वलन के समय मोबाइल फोन का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा, ताकि श्रद्धा, अनुशासन और सौंदर्य का संतुलन बना रहे। साथ ही, दीपोत्सव के आईकार्ड को किसी अन्य के साथ साझा न करने की चेतावनी भी जारी की गई है।

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दीपोत्सव में कितने दीप जलाए जाएंगे?

इस साल 26 लाख 11 हजार 101 दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य है, जो एक विश्व रिकॉर्ड होगा।

दीपोत्सव कहाँ मनाया जाएगा?

दीपोत्सव राम की पैड़ी, लक्ष्मण घाट, और अयोध्या के 52 घाटों पर मनाया जाएगा।

दीपोत्सव के दौरान क्या गतिविधियाँ होंगी?

दीपोत्सव के दौरान रामलीला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और दीप जलाने की गतिविधियाँ होंगी।