BJP Leader Ashok Singh: बीजेपी नेता और साथी की दर्दनाक हत्या, इस हाल में मिलीं दोनों की लाश, पैसे लूटने के बाद उतारा मौत के घाट

BJP Leader Ashok Singh: बीजेपी नेता और साथी की दर्दनाक हत्या, इस हाल में मिलीं दोनों की लाश, पैसे लूटने के बाद उतारा मौत के घाट

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  • Publish Date - September 25, 2025 / 11:51 AM IST,
    Updated On - September 25, 2025 / 11:53 AM IST

BJP Leader Ashok Singh/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • यूपी BJP नेता और साथी की हत्या,
  • शव कुओं में फेंके,
  • परिवार में शोक की लहर,

बलिया: UPNews:  उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से बीजेपी किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अशोक सिंह और उनके साथी मिस्त्री विकास कुमार की राजस्थान के शाहजहांपुर में हत्या कर दी गई। यह वारदात एक सुनियोजित ठगी का हिस्सा बताई जा रही है जिसमें सस्ते दाम में जेनरेटर देने के बहाने दोनों को राजस्थान बुलाकर हत्या कर दी गई। शवों को पहचान छिपाने के इरादे से अलग-अलग कुओं में फेंक दिया गया था। BJP Leader Murder

BJP Leader Ashok Singh: मिली जानकारी के अनुसार अशोक सिंह और उनके सहयोगी विकास कुमार 18 सितंबर को एक जेनरेटर खरीदने के लिए बलिया से राजस्थान गए थे। बाजार मूल्य लगभग 9 लाख रुपए का जेनरेटर उन्हें मात्र साढ़े तीन लाख में दिए जाने का प्रस्ताव मिला था। इसी प्रस्ताव को लेकर दोनों राजस्थान के शाहजहांपुर पहुँचे लेकिन वहाँ जो हुआ वह किसी घातक जाल से कम नहीं था। 19 सितंबर को अशोक सिंह के भाई जो कि IRS अधिकारी हैं ने जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो दोनों के फोन बंद मिले।

BJP Leader Ashok Singh: संदेह गहराते ही 21 सितंबर को उन्होंने दिल्ली में इस संबंध में FIR दर्ज करवाई। मामला हाई-प्रोफाइल होने के चलते पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। लोकेशन ट्रेसिंग के ज़रिए राजस्थान पुलिस ने शाहजहांपुर में जांच तेज़ की और कुछ ही दिनों में दोनों के शव अलग-अलग कुओं से बरामद किए गए। मंगलवार को अशोक सिंह का पार्थिव शरीर उनके परिजनों द्वारा लखनऊ लाया गया जहाँ राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

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"अशोक सिंह की हत्या" कब और कहाँ हुई?

18-19 सितंबर 2025 को राजस्थान के शाहजहांपुर जिले में यह हत्या हुई थी।

"अशोक सिंह और विकास कुमार" राजस्थान क्यों गए थे?

वे सस्ते दाम में एक जेनरेटर खरीदने के प्रस्ताव पर वहाँ पहुँचे थे।

क्या "यह हत्या ठगी की साजिश" थी?

हाँ, पुलिस जांच में सामने आया कि यह सस्ते जेनरेटर के बहाने रची गई सुनियोजित साजिश थी।

"शवों को कहाँ पाया गया"?

दोनों के शव अलग-अलग कुओं से बरामद किए गए ताकि पहचान छुपाई जा सके।

क्या "अशोक सिंह का अंतिम संस्कार" राजकीय सम्मान से हुआ?

जी हाँ, लखनऊ में उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।