Ladakh Protest News: लद्दाख में पूर्ण राज्य की मांग पर बवाल, BJP दफ्तर और CRPF की गाड़ियाँ फूंका, 4 की मौत, 72 लोग घायल

Ladakh Protest News: लद्दाख में पूर्ण राज्य की मांग पर बवाल, BJP दफ्तर और CRPF की गाड़ियाँ फूंका, 4 की मौत, 72 लोग घायल

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  • Publish Date - September 25, 2025 / 06:59 AM IST,
    Updated On - September 25, 2025 / 06:59 AM IST

Ladakh Protest News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • लद्दाख में हिंसा, 4 की मौत, 72 लोग घायल
  • लेह में प्रदर्शनकारियों ने BJP कार्यालय जलाया
  • प्रदर्शनकारियों ने CRPF की गाड़ियां जलाई

लेह/लद्दाख: Ladakh Protest News: लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 72 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। हालात बेकाबू होते देख प्रशासन ने रैलियों और प्रदर्शनों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।

प्रदर्शनकारियों ने लेह स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय को आग के हवाले कर दिया और CRPF की कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ और आगज़नी की गई। पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है और भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। हिंसा की यह लहर तब भड़की जब सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक के समर्थन में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए।

Ladakh Protest News: वांगचुक बीते 15 दिनों से भूख हड़ताल पर थे और उन्होंने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया था। उन्होंने लद्दाख को संविधान के छठे शेड्यूल में शामिल करने और उसे पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की थी। वांगचुक ने बुधवार शाम अपना अनशन तोड़ते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

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"लद्दाख आंदोलन 2025" में हिंसा क्यों भड़की?

हिंसा तब भड़की जब सोनम वांगचुक के समर्थन में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प हुई, जिससे हालात बिगड़ गए।

"लद्दाख को राज्य का दर्जा" देने की मांग कब से चल रही है?

यह मांग पिछले कुछ वर्षों से चल रही है, लेकिन 2025 में आंदोलन ने ज़ोर पकड़ा, खासकर जब सोनम वांगचुक ने 15 दिन की भूख हड़ताल शुरू की।

क्या "लेह लद्दाख आंदोलन" में जान-माल का नुकसान हुआ है?

हाँ, अब तक 4 लोगों की मौत और 72 से अधिक घायल होने की सूचना है। इसके अलावा बीजेपी कार्यालय और CRPF की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा।

"सोनम वांगचुक अनशन" किस मांग को लेकर था?

सोनम वांगचुक लद्दाख को संविधान के छठे शेड्यूल में शामिल करने और पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे।

क्या "लद्दाख आंदोलन" को लेकर सरकार ने कोई कार्रवाई की है?

अभी तक प्रशासन ने रैलियों और प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है और भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है।