उप्र : कांग्रेस ने मंत्री संजय निषाद के खिलाफ आरोपों की जांच की मांग की

उप्र : कांग्रेस ने मंत्री संजय निषाद के खिलाफ आरोपों की जांच की मांग की

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  • Publish Date - February 19, 2025 / 12:10 AM IST,
    Updated On - February 19, 2025 / 12:10 AM IST

लखनऊ, 18 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर महराजगंज जिले में निषाद पार्टी के नेता धर्मात्मा निषाद की कथित आत्महत्या के संबंध में राज्य सरकार में मंत्री संजय निषाद के खिलाफ आरोपों की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्र में कहा कि निषाद पार्टी में राज्य सचिव रहे धर्मात्मा निषाद ने मंत्री संजय निषाद के खिलाफ सोशल मीडिया पर आरोप पोस्ट करने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।

राय ने पत्र में कहा, ”यह एक बेहद दुखद घटना है, जिसकी निष्पक्ष न्यायिक जांच की जानी चाहिये।”

उन्होंने तर्क दिया कि मंत्री निषाद के खिलाफ आरोप न केवल राजनीतिक हैं, बल्कि व्यक्तिगत भी हैं, जिनकी तत्काल और गहन जांच की आवश्यकता है।

अजय राय ने कहा, ”जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक आरोपी मंत्री संजय निषाद को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।’

कांग्रेस ने मृतक नेता के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है।

राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले का संज्ञान लेने और तत्काल न्यायिक जांच के निर्देश देने का आग्रह किया। उन्होंने जांच पूरी होने तक मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की।

पुलिस के अनुसार, 29 वर्षीय धर्मात्मा निषाद ने रविवार को महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के नरकटहा गांव में अपने घर पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।

मृतक ने हाल ही में निषाद पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद पर गंभीर आरोप लगाए थे।

धर्मात्मा निषाद ने रविवार सुबह सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर एक लंबी पोस्ट में लिखा, ‘‘मैं अपनी जिंदगी की जंग हार गया। यह आखिरी संदेश है। आज बहुत कुछ सोचने-समझने के बाद मैंने फैसला किया है कि यह दुनिया मेरे किसी काम की नहीं है। मैंने अपनी क्षमता के हिसाब से लोगों की जितनी मदद कर सकता था उतनी मदद करने का प्रयास किया और कई बार अपनी क्षमता से ऊपर जाकर भी लोगों की मदद की जिसके कारण मेरे हजारों राजनीतिक और सामाजिक दुश्मन बने। फिर भी मैंने समाज के शोषित, वंचित और निर्बलों की आवाज बुलंद करने का काम लगातार जारी रखा।’’

धर्मात्मा ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘‘इस बीच मुझे कई फर्जी मुकदमे झेलने पड़े और कई बार जेल भी जाना पड़ा, फिर भी मैंने अपने कदम रुकने नहीं दिए और लगातार लोगों की मदद करता रहा।’’

अपनी पोस्ट के अंत में उन्होंने लिखा, ‘‘मैं अगर दुनिया छोड़कर जा रहा हूं तो इसका सबसे बड़ा कारण डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटे प्रवीण कुमार निषाद तथा श्रवण कुमार निषाद और …गद्दार दोस्त जय प्रकाश निषाद हैं। मैं फिर कह रहा हूं कि अगर मैं मारना चाहता तो इन गद्दारों को कभी भी मार सकता था, लेकिन मैं हत्यारा नहीं बनना चाहता था।’’

पुलिस ने बताया कि सोमवार को पनियरा थाने में नामजद आरोपी जय प्रकाश निषाद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

भाषा

सलीम, रवि कांत रवि कांत