गोंडा में खंडहर मकान में छिपे तेंदुए को वन विभाग की टीम ने पकड़ा
गोंडा में खंडहर मकान में छिपे तेंदुए को वन विभाग की टीम ने पकड़ा
गोंडा, 27 जुलाई (भाषा) गोंडा शहर में एक खंडहर नुमा मकान के भूतल में छिपे एक तेंदुआ को वन विभाग की टीम ने शनिवार को पूर्वाह्न पकड़ लिया। जिले की एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गोंडा की जिलाधिकारी (डीएम) नेहा शर्मा ने यहां बताया कि बीते 17 जुलाई 2024 की रात करीब तीन बजे नगर के एक अति प्रतिष्ठित कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे में एक जंगली जानवर दिखाई पड़ा था।
उन्होंने बताया कि इस सूचना पर मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज का निरीक्षण किया किंतु वीडियो बहुत साफ न होने के कारण जानवर के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया इसे जंगली बिल्ली माना गया, किंतु वन विभाग के अधिकारियों ने पूरे विद्यालय परिसर का गहन निरीक्षण करके सतर्कता बरतते हुए एक पिंजरा लगाकर निगरानी शुरू कर दी थी।
उन्होंने बताया कि साथ ही विद्यालय प्रशासन ने भी आवागमन के हर संभावित मार्ग पर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगवाकर निगरानी बढ़ा दी थी।
शर्मा ने बताया कि एक सीसीटीवी कैमरे के निरीक्षण के दौरान 26 जुलाई 2024 को प्रातः करीब चार बजे एक जंगली जानवर दोबारा दिखाई पड़ा। उन्होंने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों ने इसके तेंदुआ होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि बच्चों की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता पर रखते हुए उन्होंने तेंदुआ पकड़े जाने तक विद्यालय बंद रखने का आदेश दिया तथा वन विभाग को टीम गठित करके उसे तत्काल पकड़ने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा शुक्रवार को एक और पिंजड़ा लगाया गया तथा विद्यालय परिसर के बगल खाली पड़े एक खंडहर नुमा पुराने घर की निगरानी बढ़ा दी गई। उन्होंने बताया कि इसके लिए गैर जनपद से भी टीमें बुलाई गईं। उन्होंने बताया कि आज पूर्वाह्न उसी खंडहर मकान के भूतल से तेंदुआ को बेहोश करके पकड़ लिया गया और फिर एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि तेंदुआ के पकड़े जाने की सूचना पर उन्होंने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया और पूरी टीम को बधाई दी।
प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) पंकज कुमार शुक्ला ने बताया कि यह एक वयस्क तेंदुआ है जिसका वजन करीब 80 किलोग्राम है। उन्होंने कहा कि तेंदुए को पकड़कर अभी कुछ दिनों तक निगरानी के लिए गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान में रखा जाएगा, उसके बाद इसे वन्यजीव अभयारण्य, सोहागी बरवा महराजगंज में छोड़ा जाएगा।
भाषा सं आनन्द पारुल अमित
अमित

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