Maa Vindhyavasini Darbar in Chaitra Navratri : चैत्र नवरात्रि में मां विंध्यवासिनी का होगा दिव्य श्रृंगार, भक्तों को नहीं मिलेगी इस चीज की अनुमति, प्रशासन ने किए सुरक्षा के ये खास इंतजाम
Maa Vindhyavasini Darbar in Chaitra Navratri : प्रशासन ने मां विंध्यवासिनी के दरबार में दर्शन-पूजन को लेकर सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किये हैं।
Maa Vindhyavasini Darbar in Chaitra Navratri
Maa Vindhyavasini Darbar in Chaitra Navratri : मिर्जापुर। चैत्र नवरात्र में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने प्रसिद्ध पीठ मां विंध्यवासिनी के दरबार में दर्शन-पूजन को लेकर सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किये हैं। जिले की एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। मिर्जापुर की जिलाधिकारी (डीएम) प्रियंका निरंजन ने कहा कि ‘आठ अप्रैल की मध्यरात्रि से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।’
डीएम ने बताया कि ”दर्शनार्थियों के लिए पेयजल, स्वच्छता और चिकित्सा सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।” नवरात्र में यहां मेला भी लगता है। उन्होंने कहा कि ”पूरे मेला क्षेत्र को 10 जोन और 21 सेक्टर में बांटा गया है और सभी सेक्टरों एवं जोनों पर सेक्टर एवं जोन मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट वहीं कैंप करेंगे।”नवरात्र मेले में आने वाली भीड़ के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले नवरात्र में करीब 25 लाख दर्शनार्थी आए थे, इस बार यह संख्या बढ़ सकती है।
जिलाधिकारी ने मंदिर में मां के चरण स्पर्श और अन्य कर्मकांड के बारे में कहा कि ‘नवरात्र के दौरान किसी को भी चरण स्पर्श की अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे वह कोई हों।’ अमूमन दर्शनार्थियों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत सामने आने के संबंध में उन्होंने कहा कि ‘जो भी गलत व्यवहार करेगा उसे जेल भेजा जाएगा और सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट इस पर नजर रखेंगे।
नवरात्र के दौरान गर्मी के लिहाज से उन्होंने कहा कि ‘मेले में उचित चिकित्सा, स्वच्छता और पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। लोगों को विभिन्न स्थानों पर स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल मिलेगा और विभिन्न स्थानों पर यात्री शेड होंगे जो बड़ी संख्या में लोगों को सुविधा दे सकेंगे।’
गंगा घाट पर सुविधाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि महिलाओं को गंगा में डुबकी लगाने के बाद पोशाक बदलने के लिए उचित स्थान आवंटित किये गये हैं। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) को सभी घाटों को साफ-सुथरा रखने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि ‘गंगा घाटों पर किसी भी वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है क्योंकि महिलाएं खुले में स्नान करती हैं।’

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