रक्त विषाक्तता से तेंदुए की मौत की आशंका, जांच के लिए भेजा गया नमूना
रक्त विषाक्तता से तेंदुए की मौत की आशंका, जांच के लिए भेजा गया नमूना
पीलीभीत, 19 नवंबर (भाषा) पीलीभीत के पिपरा खास गांव के निकट मंगलवार को तालाब किनारे मृत मिले तेंदुए की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ‘सेप्टिसीमिया’ (रक्त विषाक्तता) से मौत होने की आशंका जताई गई है।
रिपोर्ट के अनुसार तेंदुए का एक पंजा सड़ा हुआ था और शरीर पर गहरे घाव होने का भी खुलासा हुआ है।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के वन्य जीव विशेषज्ञ डॉक्टर दक्ष गंगवार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मृत तेंदुए का एक पंजा पूरी तरह से सड़ा था। उसमें मात्र हड्डी दिख रही थी। इसके अलावा, उसकी गर्दन और शरीर के कई अन्य हिस्सों पर भी गहरे घाव के निशान थे। सेप्टिसीमिया की आशंका की पुष्टि के लिए नमूना जांच को भेजा गया है।”
गंगवार के अनुमान के अनुसार अत्यधिक गंभीर संक्रमण रक्तप्रवाह में फैल जाने के कारण ऐसा हुआ होगा जिससे तेंदुए की मौत हुई है। सेप्टीसीमिया एक जानलेवा स्थिति है जो शरीर में किसी संक्रमण के रोगाणुओं के रक्त में प्रवेश करने से होती है।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए के शव को नष्ट करके इसकी विस्तृत रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेज दी गई है।
तेंदुआ मृत्यु से एक दिन पूर्व जंगल से भटक कर पिपरा खास गांव के पास आ गया था। भीड़ जमा होने पर तेंदुआ तालाब के किनारे जाकर बैठ गया था। वन विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची, तब तक तेंदुए की मौत हो चुकी थी।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर तेंदुए को समय पर उपचार मिल जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।
इस आरोप पर वन विभाग के अधिकारियों ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्हें तेंदुए की मौत की खबर मिली थी, घायल होने की नहीं।
भाषा सं सलीम
जोहेब
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