लखनऊ में विवाह समारोह में बिन बुलाए मेहमान की तरह घुसा तेंदुआ, दूल्हा-दुल्हन जान बचाने के लिए भागे

लखनऊ में विवाह समारोह में बिन बुलाए मेहमान की तरह घुसा तेंदुआ, दूल्हा-दुल्हन जान बचाने के लिए भागे

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  • Publish Date - February 13, 2025 / 08:46 PM IST,
    Updated On - February 13, 2025 / 08:46 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

लखनऊ, 13 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बुद्धेश्वर इलाके में एक विवाह समारोह में बिन बुलाये मेहमान की तरह एक तेंदुआ घुस आया, जिससे एक वन अधिकारी घायल हो गया और वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गयी।

राज्य के वन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दूल्हा-दुल्हन घंटों अपनी-अपनी कार में फंसे रहे। आखिरकार वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ लिया।

चश्मदीद ने बताया कि यह घटना बुधवार रात राज्य की राजधानी के बुद्धेश्वर रोड इलाके में हुई, जब तेंदुआ एक बैंक्वेट हॉल में घुस गया, फलस्वरूप मेहमानों में दहशत फैल गई और वे अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे।

उसने बताया कि यहां तक कि दूल्हा-दुल्हन भी भाग गए और खुद को कार में बंद कर लिया। घंटों की मशक्कत के बाद रात करीब दो बजे वनविभाग के कर्मियों ने तेंदुए को पकड़ा और उसे बेहोश कर दिया।

एक मेहमान ने बताया कि जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं गया, तब तक दूल्हा-दुल्हन दोनों के परिवार सुरक्षा के लिए अपने वाहनों में बैठे रहे।

घटना के कथित वीडियो में तेंदुआ एक अधिकारी का हथियार छीनता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि वह जानवर पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है।

बाद में वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। वन अधिकारी मुकद्दर अली तेंदुए के हमले में घायल हो गए, उनके हाथ में चोटें आईं।

वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद रात करीब दो बजे तेंदुए का ‘ट्रेंकुलाइज (इंजेक्शन देकर बेहोश करके) किया , जिसके बाद उसे पकड़ा जा सका।

उत्तर प्रदेश सरकार के वन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। जानवर को पकड़ लिया गया है। लेकिन हम पूरी घटना की तह तक जाना चाहते हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या पूरे मामले में जवाबदेही तय की जाएगी, मंत्री ने कहा,‘‘हम घटना के बारे में सब कुछ जानना चाहेंगे।’’

उन्होंने कहा,‘‘ऐसा दोबारा न हो, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। तेंदुओं की आबादी बढ़ गई है और जैसा कि मैंने कहा कि हम ऐसी घटनाओं से बचना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा कि उन्होंने उन कारणों का पता लगाने के लिए कहा, जिसकी वजह से एक तेंदुआ शादी समारोह में बिन बुलाए मेहमान के रूप में आ गया।

प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) शितांशु पांडे ने कहा कि तेंदुए को दो ‘ट्रैंक्विलाइज़र डार्ट’ के बाद पकड़ा गया, जिसके बाद उसे जाल में फंसाया गया और पिंजरे में रखा गया।

उन्होंने कहा, ‘‘उचित अनुमति के बाद इसे जंगल में छोड़ा जाएगा। यह 80-90 किलोग्राम वजन का नर तेंदुआ है। देश भर के कई शहरी क्षेत्रों में तेंदुए के दिखने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन लखनऊ में यह दुर्लभ है।’’

वीडियो को सभी सोशल मीडिया मंच पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया और एक सवाल पूछा जा रहा था कि यह शहर के बीचों-बीच कैसे पहुंचा और इमारत में कैसे चला गया। पास में घना जंगल है।

इस घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया। मामले को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश की ‘जुमलाजीवी’ भाजपा सरकार अभी छुट्टा पशुओं की समस्या का ही समाधान ढूंढ नहीं पाई थी कि उसके सामने अब एक और चुनौती आ गई है और वह है प्रदेश की राजधानी में ‘तेंदुए’ का हमला।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लखनऊ में एक शादी समारोह में तेंदुए के प्रवेश का समाचार चिंताजनक है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का एक रूप यह भी है कि जंगलों में इंसानों का अतिक्रमण बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे में हिंसक जंगली जानवर भोजन की तलाश में जंगलों से निकलकर शहरों की तरफ आने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे आम जनमानस का जीवन खतरे में पड़ गया है।’’

उन्होंने पूछा कि इस मामले में कोई कार्रवाई होगी या सरकार यह कहकर इस घटना पर पर्दा डाल देगी कि वह तेंदुआ नहीं ‘ओवरसाइज बिल्ला’ था या फिर हो सकता है तेंदुए का नाम बदलकर ‘बड़ा बिल्ला’ कहकर मामला रफा-दफा कर दिया जाए।

भाषा अभिनव जफर आनन्द मनीष

राजकुमार

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