BSP Mayawati Latest Decision: मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से भी निकाला.. कहा, ‘नहीं दिखाई मेच्योरिटी, दी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया’
कुछ दिनों पहले मायावती ने भतीजे के ससुर अशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी से निष्कासित किया था। इस बारें में मायावती ने सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट किया है।
Akash Anand expelled from BSP || Image- IBC24 News File
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से किया निष्कासित, ट्वीट कर दी जानकारी
- आकाश आनंद की प्रतिक्रिया को मायावती ने बताया अहंकारी, गैर-मिशनरी, पार्टी हित में लिया फैसला
- कांशीराम की अनुशासन परंपरा निभाते हुए मायावती ने आकाश आनंद को बसपा से निकाला
Akash Anand expelled from BSP : लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यम्नत्री मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को बसपा से निष्कासित कर दिया है। एक दिन पहले ही मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से अलग कर दिया था। कुछ दिनों पहले मायावती ने भतीजे के ससुर अशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी से निष्कासित किया था। इस बारें में मायावती ने सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट किया है।
BSP Mayawati Latest Decision
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा- “बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी।”
Akash Anand expelled from BSP : उन्होंने आगे लिखा, ‘लेकिन इसके विपरीत श्री आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूँ।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘अतः परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के हित में तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी की अनुशासन की परम्परा को निभाते हुए श्री आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।’
1. बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल श्री आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर श्री अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी।
— Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025
2. लेकिन इसके विपरीत श्री आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूँ।
— Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025
3. अतः परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के हित में तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी की अनुशासन की परम्परा को निभाते हुए श्री आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
— Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025

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