मेरठ, 25 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले के मवाना क्षेत्र में मारपीट के एक मामले में आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर आरोपियों के परिजनों और ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस दौरान एक सिपाही के साथ मारपीट और धक्का-मुक्की का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें सिपाही अर्धनग्न अवस्था में हाथ जोड़कर हमलावरों से मिन्नतें करता नजर आ रहा है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) पंकज लवानिया ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मवाना थाना क्षेत्र के सठला गांव में मंगलवार देर शाम हुई इस घटना के वायरल वीडियो में ग्रामीणों द्वारा मारपीट का शिकार पुलिसकर्मी कांस्टेबल सुनील कुमार है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सिपाही की वर्दी फाड़ी नहीं गई थी, बल्कि हाथापाई के दौरान उतर गई थी। वीडियो में पुलिसकर्मी के साथ मारपीट स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। वीडियो को लेकर यह भी अफवाह फैली कि सिपाही से देशी पिस्तौल बरामद हुई है, लेकिन यह दावा सही नहीं है।
वीडियो में हमलावर लोग पुलिसकर्मी द्वारा बिना नंबर की गाड़ी लेकर आने को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर लवानिया ने कहा कि मारपीट के मामले के आरोपियों की मौजूदगी की सूचना मिलते ही पुलिसकर्मियों को जो वाहन मिला, वे उसी को लेकर चले गये।
उन्होंने बताया कि इस घटना के मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
इस बीच, मामले में गिरफ्तार आरोपी गुलाब की बहन समरीन ने मीडिया के सामने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि पुलिसकर्मी बिना वर्दी के गांव में पहुंचे थे और उसके भाई सहित अन्य युवकों को जबरन उठाकर थाने ले गए। उसने इस कार्रवाई को गलत बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बहरहाल, घटना के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बृहस्पतिवार को अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अभिजीत कुमार और पुलिस क्षेत्राधिकारी पंकज लवानिया की अगुवाई में पुलिसकर्मियों ने सठला गांव में पैदल मार्च किया।
लवानिया ने बताया कि पैदल मार्च के दौरान ग्रामीणों से संवाद कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा ड्रोन कैमरे की मदद से संदिग्ध स्थानों की जांच की गई।
पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी भारतवीर ने 23 दिसंबर को मवाना थाने में दी गयी तहरीर में आरोप लगाया था कि वित्तीय लेनदेन को लेकर विवाद में सठला गांव के तलहा, अब्दुल कादिर और गुलाब उर्फ यासिर तथा कुछ अज्ञात लोगों ने उसके बेटे नितिन पर लाठी, डंडे और सरिया से हमला करके उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। घटना में उसका एक पैर भी टूट गया था। इस मामले में आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
बयान के मुताबिक मंगलवार की रात पुलिसकर्मी जब नामजद आरोपियों तलहा, अब्दुल कादिर और गुलाब को पकड़ने के लिये सठला गांव पहुंचे तो उनके साथ धक्का-मुक्की और अभद्रता की गयी। हालांकि बुधवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त लाठी, डंडा और सरिया बरामद किये गये हैं।
भाषा
सं, सलीम रवि कांत