अमेठी,(उप्र) 16 सितम्बर (भाषा) अमेठी जिले के बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी मौनी महाराज साधु-संतों के साथ एक गांव में पहुंचकर रास्ते की समस्या से जूझ रहे एक पीड़ित परिवार के साथ सोमवार को धरने पर बैठ गये। उन्होंने समस्या का समाधान नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।
मौनी महाराज ने यहां जारी एक बयान में कहा कि जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के भिलाई कला गांव निवासी राजकुमार मौर्य का रास्ता 2016 से बाधित है। पीड़ित तब से आज तक अनेक बार शिकायत पत्र तहसील से लेकर जिले तक के अधिकारियों को दे चुका है पर उसको न्याय नहीं मिल पाया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन भूमाफिया के सामने घुटने टेक चुका है।
मौनी महाराज ने बताया कि ”पीड़ित ने उनके पास आकर न्याय की गुहार लगाई। मैंने भी अधिकारियों से बात की और मुख्यमंत्री से भी मीडिया के माध्यम से पीड़ित की मदद की मांग की पर परिणाम कुछ नहीं निकला तो आज मुझे मजबूर होकर धरने पर बैठना पड़ा है।”
सगरा पीठाधीश्वर ने आरोप लगाया कि ”प्रशासन में बैठे अधिकारी सरकार की छवि खराब कर रहे हैं और सरकार को बदनाम कर रहे हैं, वे विपक्ष के इशारे पर काम कर रहे हैं जिसके चलते पीड़ित राजकुमार मौर्य व उसका परिवार आत्मदाह करने को मजबूर हैं।”
उन्होंने दावा किया ‘‘मैंने भी तय किया है कि गरीब को मरने नहीं दूंगा और जरूरत पड़ी तो मैं भी आत्मदाह करूंगा।’’
तिलोई के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) अमित कुमार सिंह ने बताया कि चक मार्ग की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक मुकदमा तहसीलदार तिलोई के न्यायालय में विचाराधीन है।
उन्होंने कहा, ‘‘न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद अवैध अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही की जायेगी।’’ सिंह ने कहा कि मौके पर रास्ता बाधित नहीं है और दूसरी तरफ से रास्ता उपलब्ध है।
पीड़ित राजकुमार ने आरोप लगाया है कि तहसील प्रशासन उसके ऊपर समझौते का दबाव बना रहा है, चक मार्ग खाली कराने के बजाय दूसरी जगह से रास्ता देने की बात कर रहा है।
पीड़ित ने कहा कि जब तक चक मार्ग खाली नहीं होगा और रास्ता नहीं मिलेगा, तब तक वह परिवार सहित अनशन पर बैठे रहेंगे।
भाषा सं आनन्द
वैभव संतोष
संतोष