Sambhal CO Anuj Chaudhary Video: मुस्लिमों को पुलिस अफसर की नसीहत, ‘जुमा साल में 52 बार, होली एक बार.. रंग से धर्म भ्रष्ट तो न निकले घर से’.. सुनें
उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि किसी समुदाय ने रंगों से खेलने में असहजता व्यक्त की है, तो अधिकारी का कर्तव्य है कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसी को भी भय या असुरक्षा महसूस न हो। उन्होंने कहा, "ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे होली का त्योहार भी मनाया जाए और नमाज भी शांतिपूर्वक अदा की जा सके।"
Sambhal CO Anuj Chaudhary Video on Holi || CO Anuj Chaudhary Facebook
- यूपी पुलिस अधिकारी के बयान पर बवाल, विपक्ष ने बताया पक्षपातपूर्ण, कार्रवाई की मांग
- "होली के दिन घर में रहें" बयान पर विवाद, समाजवादी पार्टी ने की निंदा
- होली और जुमा एक दिन, सांप्रदायिक सद्भाव पर पुलिस अधिकारी का विवादित बयान
Sambhal CO Anuj Chaudhary Video on Holi: संभल: उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी अनुज कुमार चौधरी (संभल के सर्किल ऑफिसर) के बयान की विपक्षी दलों ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने अपने बयान में कहा था, “अगर मुसलमानों को लगता है कि होली के रंग से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा… तो उस दिन घर से न निकलें।” विपक्षी दलों ने उनकी इस टिप्पणी को “पक्षपातपूर्ण” और “एक अधिकारी के लिए अनुचित” करार दिया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
शांति समिति की बैठक के बाद दिया गया बयान
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सीओ कुमार का यह बयान शांति समिति की बैठक के तुरंत बाद आया, क्योंकि इस साल होली और जुमा एक ही दिन पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “साल में 52 जुमा आता है, लेकिन होली केवल एक दिन होती है। हिंदू पूरे साल होली का इंतजार करते हैं, ठीक वैसे ही जैसे मुसलमान ईद का इंतजार करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगता है कि होली के रंग उनके धर्म को भ्रष्ट कर देंगे, तो उस दिन घर से बाहर न निकलें। और अगर वे अपने घर से बाहर जाना चाहते हैं, तो उन्हें इतना बड़ा दिल होना चाहिए कि अगर उन पर रंग पड़ जाए तो वे आपत्ति न करें। अगर आप बाजार जाते हैं और कोई आप पर रंग डाल देता है, क्योंकि कभी-कभी लोग भांग के नशे में होते हैं, तो इसे लेकर विवाद न करें।”
उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और कानून-व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सर्वेंद्र बिक्रम सिंह ने इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि अधिकारी केवल “मुख्यमंत्री की गुड बुक्स में बने रहने के लिए उनकी नकल कर रहे हैं।” उन्होंने अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा, “यह निंदनीय है। अधिकारियों को भाजपा के एजेंट के रूप में काम नहीं करना चाहिए।”
उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के उपाध्यक्ष मनीष हिंदवी ने भी इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कोई भी अधिकारी, चाहे वह किसी भी पद पर हो, उसे धर्मनिरपेक्ष रहना चाहिए। तभी देश में सुचारू रूप से शासन चल सकता है। अन्यथा, इससे अराजकता फैल सकती है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि किसी समुदाय ने रंगों से खेलने में असहजता व्यक्त की है, तो अधिकारी का कर्तव्य है कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसी को भी भय या असुरक्षा महसूस न हो। उन्होंने कहा, “ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे होली का त्योहार भी मनाया जाए और नमाज भी शांतिपूर्वक अदा की जा सके।”
“जुमा साल में 52 बार आता है। होली साल में 1 बार आती है। मुस्लिम समुदाय के लोगों को यदि ये लगता है कि होली के रंग से आपका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो उस दिन घर से न निकलें”
– अनुज चौधरी, CO संभल pic.twitter.com/kgv2K4Q4ut
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 6, 2025

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