Publish Date - January 11, 2025 / 03:24 PM IST,
Updated On - January 11, 2025 / 03:26 PM IST
Baoli in Sambhal | Photo Credit: File
संभल: Baoli in Sambhal शहर में पिछले एक सप्ताह से रुका हुआ बावड़ी की खोदाई का काम शुक्रवार को पुनः शुरू कर दिया गया। तहसील प्रशासन और नगर पालिका की टीम ने मिलकर उस मकान को तोड़ने का काम शुरू किया, जिसके नीचे ऐतिहासिक बावड़ी की दीवार मिली थी। इस बावड़ी की खोज शहर में चर्चा का विषय बन गई थी।
Baoli in Sambhal बता दें कि चंदौसी कोतवाली के मुस्लिम बाहुल्य इलाके लक्ष्मणगंज में रानी की बावड़ी की खुदाई की जा रही है। लगातार 12 दिन बावड़ी की खुदाई की गई, बावड़ी के दूसरे तल की खुदाई के बीच पहुंची ASI की टीम ने काम को रुकवा दिया था। जिसके बाद 10 जनवरी को SDM निधि पटेल के साथ तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस की पूरी टीम मौके पर पहुंची और बावड़ी की दीवार के ऊपर बने मकान की दूसरी मंजिल की दीवार तुड़वाना शुरू कर दिया गया।
बावड़ी पर बना अवैध मकान नगर पालिका ने 1 घंटे में मकान को तोड़ने का नोटिस जारी किया। जिसके बाद उनके घर पर बुलडोजर चला दिया गया। अभिलेखों की मानें तो 400 वर्ग मीटर में बनी बावड़ी के ऊपर केवल 210 वर्ग मीटर का प्लॉट ही खाली पड़ा था। इसलिए प्रशासन ने बावड़ी के ऊपर बने मकान को तोड़ने का आदेश दिया था।
नोटिस देने के एक घंटे बाद ही मकान तोड़ने पहुंच गई टीम
यहां के मकान मालिक ने बताया कि बावड़ी की दीवार के ऊपर बने मकान को तोड़ने से एक घंटा पहले ही नोटिस जारी किया था। मकान मालिक स्वामी युसुफ ने बताया कि यह मकान उसकी पत्नी गुलनाज के नाम है। पालिका प्रशासन की ओर से शाम को पांच बजे मकान खाली करने का नोटिस चस्पा किया गया था। मकान खाली कराने के बाद मकान मालिक समेत घर के सदस्यो को बुरा हाल हो गया। मकान मालिक स्वामी युसुफ ने बताया कि उन्हें सामान खाली करने का मौका नहीं मिला। इस आरोप पर DM ने कहा कि पहले ही नोटिस दिया जा चुका था। लेकिन मकान खाली नहीं किया गया।
क्या चंदौसी में बावड़ी की खोदाई का काम फिर से शुरू हुआ?
जी हां, चंदौसी के लक्ष्मणगंज इलाके में एक सप्ताह से रुका हुआ बावड़ी की खोदाई का काम शुक्रवार को पुनः शुरू किया गया। प्रशासन ने बावड़ी के ऊपर बने अवैध मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की है।
किस वजह से बावड़ी के ऊपर बने मकान को तोड़ा गया?
बावड़ी के ऊपर बने मकान को तोड़ने का आदेश प्रशासन ने इसलिए दिया क्योंकि इसके ऊपर केवल 210 वर्ग मीटर का खाली प्लॉट था, जबकि बावड़ी का आकार 400 वर्ग मीटर का था। मकान की दीवार के कारण बावड़ी की संरचना पर असर पड़ रहा था।
क्या मकान मालिक को मकान खाली करने का समय मिला था?
हां, प्रशासन ने मकान मालिक को नोटिस जारी किया था, लेकिन मकान मालिक का कहना है कि उन्हें सामान खाली करने का समय नहीं मिला। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि पहले ही नोटिस जारी किया गया था और मकान खाली नहीं किया गया था।
बावड़ी की खुदाई में किस टीम ने हस्तक्षेप किया था?
बावड़ी की खुदाई के दौरान एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) की टीम ने खुदाई के काम को रोक दिया था, इसके बाद प्रशासन ने इस मुद्दे पर कार्रवाई शुरू की।
क्या मकान तोड़ने की कार्रवाई में कोई कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्या आई?
मकान तोड़ने के दौरान स्थानीय प्रशासन की ओर से पूरी पुलिस टीम तैनात की गई थी, ताकि कोई भी कानून व्यवस्था से संबंधित समस्या उत्पन्न न हो। प्रशासन ने कड़ी निगरानी रखी और नियमानुसार कार्रवाई की।